प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2021 को घोषणा की कि सरकार कुपोषण की समस्या से निपटने के प्रयासों के तहत मध्याह्न भोजन जैसी विभिन्न योजनाओं के जरिए गरीबों को वितरित किए जाने वाले चावल को पोषणयुक्त (फोर्टिफाइड) बनाएगी. प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस की 75वीं सालगिरह पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया.
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि कुपोषण और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी के कारण गरीब बच्चों का विकास प्रभावित हो रहा है. इसे देखते हुए यह फैसला किया गया है कि विभिन्न सरकारी योजनाओं के जरिए गरीबों को दिए जाने वाले चावल को पोषणयुक्त बनाया जाएगा.
सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसे फोर्टिफाई करेगी, गरीबों को पोषणयुक्त चावल देगी।
— PMO India (@PMOIndia) August 15, 2021
राशन की दुकान पर मिलने वाला चावल हो, मिड डे मील में मिलने वाला चावल हो, वर्ष 2024 तक हर योजना के माध्यम से मिलने वाला चावल फोर्टिफाई कर दिया जाएगा: PM @narendramodi
फोर्टिफाइड चावल क्या है?
भोजन के जरिए हमारे शरीर में पोषक तत्व (विटामिन और मिनरल) पहुंचते हैं. लेकिन आज के दौर में बदलते खाने के तौर-तरीकों और गरीब वर्ग के असंतुलित भोजन की वजह से इनकी कमी बढ़ गई है. इसे दूर करने के लिए कंपनियों द्वारा बनाए विटामिन और मिनरल को खाद्य पदार्थों में प्रोसेसिंग के जरिए मिलाया जाता है.
यानी अलग से विटामिन और मिनरल आपके खाने में पहुंचाए जाते हैं. इस पूरी प्रक्रिया को ही फूड फोर्टिफिकेशन कहा जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब चावल में फोर्टिफिकेशन की बात कही है. यानी चावल में अलग से विटामिन और मिनरल मिलाए जाएंगे. जो कि शरीर के अंदर पोषण तत्वों की कमी को दूर करेगा. फोर्टिफाइड चावल में आयरन, विटामिन बी12, फोलिक एसिड भरपूर मात्रा में होता है.
फोर्टिफाइड चावल किसे मिलेगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुताबिक सरकार गरीबों को फोर्टिफाइड चावल पहुंचाया जाएगा. यानी लगभग 70-80 करोड़ आबादी को विभिन्न योजनों के जरिए फोर्टिफाइड चावल दिया जाएगा. इसके तहत आईसीडीएस स्कीम, दोपहर मध्यान्ह योजना सहित दूसरी योजनाओं के जरिए चावल पहुंचाया जाएगा.
इसके तहत साल 2024 तक सभी योजनाओं को लागू कर दिया जाएगा. देश में अभी 15 राज्यों में फोर्टिफाइड चावल पायलट स्कीम के तहत दिया जा रहा है. ये पायलट स्कीम गुजरात, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों में चलाई जा रही है.
क्यों भारत को जरूरत है?
देश के नागरिकों में पोषक तत्वों की क्या स्थिति है, इस पर अभी कोई सटीक आकंड़ा उपलब्ध नहीं है. सरकार इसके लिए विभिन्न एजेंसियों के सर्वेक्षण के आधार पर यह माना जाता है कि देश के लगभग 60-70 प्रतिशत लोगों में पोषक तत्वों की कमी है. राष्ट्रीय पोषण संस्थान की रिपोर्ट के मुताबिक देश के 40 प्रतिशत घरों में बच्चों को मिलने वाला भोजन असंतुलित है. पांच साल से कम उम्र के 55 प्रतिशत बच्चों का वजन सामान्य से कम है. इसी तरह पांच साल की उम्र तक के बच्चों में विटामिन ए की मात्रा सामान्य से कम है. 52 प्रतिशत बच्चों की लंबाई सामान्य से कम है. वहीं, 35 प्रतिशत पुरुष और महिलाएं ऊर्जा की कमी का सामना कर रही हैं. इसके अलावा लोगों को भोजन में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, थियामीन की मात्रा लगातार घटती जा रही है.
फोर्टिफाइड चावल के फायदे
फोर्टिफाइड चावल के कई फायदे हैं. यह चावल खाने के साथ-साथ दवा का काम भी कर सकता है. इस चावल को खाने से कुपोषण दूर करने की संभावना बढ़ जाती है. इसमें पाए जाने वाले आयरन, जिंक, फोलिक एसिड, विटामिन-ए, विटामिन-बी1, विटामिन-बी12, आदि न्यूट्रीशनल वैल्यू बढ़ा देते हैं. इसका सेवन करने से महिलाओं एवं बच्चों का उचित रूप से विकास संभव है.
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