Asia’s largest Bio-CNG plant: प्रधानमंत्री मोदी ने 19 फरवरी 2022 को एशिया के सबसे बड़े बायो CNG प्लांट का इंदौर में शुभारंभ किया है. इसके शुरू होने के बाद इंदौर में लगभग 400 बसें बायो-सीएनजी से चलने लगेंगी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी से एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी गैस प्लांट का शुभारंभ करने का निवेदन किया था.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों के आयात पर निर्भरता कम के लिए जैव ईंधनों को अपनाए जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले 8 सालों के दौरान पेट्रोलियम उत्पादों में इथेनॉल के मिश्रण का स्तर 2 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी के आसपास पहुंचा दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने इंदौर में 150 करोड़ रुपये की लागत से बने बायो-सीएनजी संयंत्र ‘गोबर-धन' का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया.
आपको बता दें कि इंदौर में ट्रेंचिंग ग्राउंड स्थित 15 एकड़ में डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत से एशिया का सबसे बड़ा बायो नेचुरल गैस सीएनजी प्लांट बनकर तैयार हो गया है. इस प्लांट में रोजाना 17 से 18 टन सीएनजी गैस का उत्पादन होगा. वहीं 100 टन जैविक खाद का उत्पादन होगा. इसका उपयोग जैविक खेती के लिए किया जाएगा.
इतने सिटी बसों के संचालन का लक्ष्य
इस प्लांट से करीब-करीब शहर में 300 से 400 सिटी बसों के संचालन का लक्ष्य रखा गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस गैस प्लांट से सरकार को बजार मूल्य से 5 रुपए कम में सीएनजी गैस मिलेगी. इससे सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व भी बचेगा. वहीं किसानों को जैविक खाद की भी आवश्यकता पूर्ति करेगा.
बायो मिथेनेशन प्रक्रिया: एक नजर में
ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में जैविक कचरे को लगभग 25 दिनों तक अपघटन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. इस प्रक्रिया को बायो मिथेनेशन (Bio Methanation) प्रक्रिया कहा जाता है. इसमें सूक्ष्म जीवों का बहुत बड़ा योगदान होता है तथा यह सूक्ष्म जीव एक नियंत्रित तापमान पर जैविक अपघटन की प्रक्रिया को पूर्ण करते हैं.
इस प्रारूप में ऊर्जा के रूप में बायो गैस का उत्पादन होता है. इसे डायजेस्टर टैंकों के ऊपरी हिस्सों में इकट्ठा किया जाता है जहां से इसे गैस पाइपलाइन द्वारा बहुत बड़े स्टोरेज गुब्बारों में जमा किया जाता है. इन गुब्बारों में एकत्रित किए गए बायो गैस में मीथेन गैस की मात्रा करीब-करीब 55-60 फीसदी होती है.
इंदौर देश में स्वच्छता में नंबर वन
इंदौर देश में स्वच्छता में प्रथम स्थान पर है. साथ ही लगातार यह अपने नए नवाचार के लिए जाना जाता है. इंदौर ने स्वच्छता को लेकर कई नवाचार किए हैं. इंदौर ने इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए कचरा की समस्या को खत्म करने हेतु उससे गैस बनाने का प्लांट शुरू कर दिया है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation