प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 31 जनवरी 2018 को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में स्कूली खेलों के प्रथम ‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया. यह कार्यक्रम व्यक्तिगत विकास, सामुदायिक विकास, आर्थिक विकास तथा राष्ट्रीय विकास के रूप में खेलों को मुख्य धारा से जोड़े जाने के फलस्वरूप भारतीय खेलों के इतिहास में यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि का प्रयास है.
उद्देश्य:
‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रम का उद्देश्य जमीनी स्तर पर खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करना है. इस कार्यक्रम के तहत बच्चों को खेलों के लिए प्रेरित किया जाएगा. इससे विभिन्न खेलों में स्कूली स्तर पर प्रतिभा की पहचान कर उन्हें भविष्य के लिए तैयार किया जायेगा. इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूल और कॉलेज दोनों ही स्तर पर प्रतिस्पर्धा के मानकों का स्तर बढ़ाना और खेल-कूद प्रतियोगिताओं तक बच्चों की अधिकतम पहुंच कायम करना है.
खेलो इंडिया’ कार्यक्रम:
- खेलो इंडिया का आयोजन 31 जनवरी से 8 फरवरी 2018 तक दिल्ली में किया जाएगा.
- इस कार्यक्रम में 17 वर्ष से कम उम्र के युवा भाग हिस्सा ले सकते हैं.
- खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत युवा तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबाल, मुक्केबाजी, फुटबॉल, जिमनास्टिक्स, हॉकी, जूडो, कबड्डी, खो-खो, निशानेबाजी, तैराकी, वॉलीबाल, भारोत्तोलन, कुश्ती में हिस्सा लेंगे.
- देश में खेले जाने वाले सभी खेलों के लिए एक मजबूत संरचना का निर्माण किया जाएगा ताकि भारत खेलों में एक अग्रणी राष्ट्र के रूप में स्थापित हो सके.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को ध्यान में रखते हुए ‘खेलो इंडिया’ स्कूलों में युवा खेल प्रतिभाओं की पहचान करेगा और उन्हें भविष्य के चैम्पियन के रूप में विकसित करने में सहायता प्रदान करेगा.
- इस योजना के तहत चयनित प्रत्येक खिलाड़ी को लगातार 8 वर्षों के लिए पांच लाख रूपये राशि की वार्षिक छात्रवृति प्रदान की जाएगी.
- इस आयोजन से भारत की युवा खेल प्रतिभाएं उभरकर सामने आएंगी और इससे देश की खेल शक्ति का भी पता चलेगा.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation