रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति की दो दिवसीय बैठक में 06 दिसंबर रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट को 6 प्रतिशत पर जबकि रिवर्स रेपो रेट को 5.75 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है.
रेपो वह दर है जिस पर केंद्रीय बैंक वाणिज्यिक बैंकों को तात्कालिक जरूरत के लिए नकद ऋण सुलभ करता है. रिवर्स रेपो वह दर है जिस पर वह बैंकों से अल्पकालिक नकदी लेता है.
समिति के इस निर्णय से रेपो दर छह प्रतिशत, रिवर्स रेपो दर 5.75 प्रतिशत, मार्जिनल स्टैंडिंग फसिलिटी दर 6.25 प्रतिशत, बैंक दर 6.25 प्रतिशत, नकद आरक्षित अनुपात चार प्रतिशत और वैधानिक तरलता अनुपात 19.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित है. समिति ने मौद्रिक नीति पर निरपेक्ष रूख बनाये रखने का भी निर्णय लिया है.
समिति के अध्यक्ष एवं रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल के साथ ही सदस्य डॉ. चेतन घाटे, डॉ, माइकल दूबब्रत पात्रा, डॉ. विरल पी आचार्य और डॉ. पमी दुआ ने जहां नीतिगत दरों को यथावत बनाए रखने के पक्ष में मतदान किया वहीं डॉ. रविन्द्र एच ढोलकिया ने एक चौथाई फीसदी की कटौती के पक्ष में मतदान किया.
रिज़र्व बैंक के अनुसार दूसरी छमाही में रिटेल महंगाई दर 4.2-4.6 फीसदी रहने का अनुमान है. रिज़र्व बैंक की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि महंगाई को 4 फीसदी के दायरे में रखने और ग्रोथ को सपोर्ट करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए नीतिगत दरों में कोई बदलाव न करने का फैसला किया गया है.
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