Russia Ukraine Crisis: आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हो गई है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के विरुद्ध सैन्य ऑपरेशन शुरू करने का आदेश दे दिया है. उन्होंने कहा युद्ध को टाला नहीं जा सकता है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुतिन ने यूक्रेनी सेना को धमकी देते हुए कहा कि जल्द से जल्द हथियार डाल दें नहीं तो युद्ध को टाला नहीं जा सकता है.
रूसी राष्ट्रपति के घोषणा के बाद यूक्रेन में मार्शल लॉ का ऐलान कर दिया गया है. साथ ही रूस के हवाई हमले को देखते हुए कीव में सायरन बज रहे हैं. यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि अब रूस के विरुद्ध कड़े प्रतिबंध लगाते हुए दुनिया को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. रूसी राष्ट्रपति पुतिन के यूक्रेन के विरुद्ध ‘सैन्य अभियान' की घोषणा के तुरंत बाद यूक्रेन में कई जगह धमाकों की आवाज सुनी गई है.
रूसी राष्ट्रपति के घोषणा के बाद यूक्रेन के विदेश मंत्री की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन अपना बचाव करेगा और जीतेगा. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अभी-अभी यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू किया है. रूस ने यूक्रेन के साथ जारी गतिरोध के बीच युद्ध का घोषणा कर दिया है.
रूस और यूक्रेन के बीच विवाद क्या है?
आपको बता दें कि यूक्रेन की सीमा पश्चिम में यूरोप एवं पूर्व में रूस के साथ लगती है. साल 1991 तक यूक्रेन सोवियत संघ का सदस्य था. रूस और यूक्रेन के बीच तनाव साल 2013 से शुरू हुआ था. यूक्रेन की राजधानी कीव में नवंबर 2013 में तत्कालीन राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच का विरोध शुरू हो गया.
रूस का समर्थन यानुकोविच को था, जबकि अमेरिका-ब्रिटेन प्रदर्शनकारियों का समर्थन कर रहे थे. यानुकोविच को फरवरी 2014 में देश छोड़कर भागना पड़ा. रूस ने इससे नाराज होकर दक्षिणी यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा कर लिया. साथ ही वहां के अलगाववादियों को समर्थन दिया. अलगाववादियों ने पूर्वी यूक्रेन के बड़े भाग पर कब्जा कर लिया. उसी समय से ही रूस समर्थक अलगाववादियों और यूक्रेन की सेना के बीच लड़ाई चल रही है.
रूस के कारण यूक्रेन पश्चिमी देशों से अपने संबंधों को बेहतर बनाने की कोशिश में जुटा है, जबकि रूस इसके विरुद्ध है. आपको बता दें कि सदस्य न होने के बावजूद यूक्रेन के NATO से अच्छे संबंध हैं. साल 1949 में सोवियत संघ का मुकाबला करने हेतु नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (NATO) की स्थापना हुई थी.
रूस की मांग है कि NATO यूरोप में अपने विस्तार पर रोक लगाए. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले हफ्ते चेताते हुए कहा था कि यदि रूस के खिलाफ NATO यूक्रेन की जमीन का उपयोग करता है तो अंजाम बुरा होगा. NATO में यूक्रेन शामिल होने की कोशिश कर रहा है. उधर NATO ने रूस की चेतावनी पर कहा है कि रूस को इस प्रक्रिया में दखल देने का अधिकार नहीं है.
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