Samantha Cristoforetti: इटली की सामंथा क्रिस्टोफोरेटी (Samantha Cristoforetti) इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की कमान संभालने वाली पहली यूरोपीय महिला बन गईं. यह उपलब्धि उन्होंने बुधवार को अंतरिक्ष से लाइव प्रसारण के दौरान हासिल की. कमान संभालने के बाद इटली की सामंथा ISS की 5वीं यूरोपीय कमांडर बन गयी है. साथ ही वह पहली गैर-अमेरिकी महिला भी बन गयी है.
अपने नाम की घोषणा के बाद 45 वर्षीय सामंथा ने कहा कि ' मैं कमांडर के पद पर अपनी नियुक्ति से बेहद खुश हु' सामंथा एक अनुभवी अंतरिक्ष यात्री है. वह अंतरिक्ष में और पृथ्वी की कक्षा में टीम का नेतृत्व करने में कुशल है. उनसे पहले यूरोप की ओर से अलेक्जेंडर गर्स्ट,थॉमस पेसक्वेट,फ्रैंक डी विन्न, और लुका परमिटानो स्पेस स्टेशन के कमांडर रह चुके हैं.
Italy's Samantha Cristoforetti has become the first European woman to take over command of the International Space Station during a ceremony broadcast live from spacehttps://t.co/2i75hUh0tU pic.twitter.com/4gT9MpcuGR
— AFP News Agency (@AFP) September 29, 2022
कब पहुंची थी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन?
सामंथा क्रिस्टोफोरेटी इस वर्ष अप्रैल में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंची थी. यह उनकी दूसरी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा है. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की कमान संभालने वाली वह 5वीं यूरोपीय कमांडर बन गयी है. वह अप्रैल से ISS में अमेरिकी सेगमेंट का नेतृत्व कर रही है. उन्होंने निवर्तमान कमांडर ओलेग आर्टेमयेव से कमान अपने हाथ में ली है.
सामंथा क्रिस्टोफोरेटी के बारे में:
सामंथा क्रिस्टोफोरेटी यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की एक अंतरिक्ष यात्री है. वह पूर्व में इटली की वायुसेना में पायलट थी. साथ ही वह अंतरिक्ष में जाने वाली पहली इतालवी महिला भी हैं.
नाम | सामंथा क्रिस्टोफोरेटी (Samantha Cristoforetti) |
जन्म | 26 अप्रैल 1977 (मिलान, इटली) |
राष्ट्रीयता | इटली |
शिक्षा | म्यूनिख टेक्निकल यूनिवर्सिटी, नेपल्स यूनिवर्सिटी फेडेरिको II |
ISS कमान | ISS अभियान 68 (28 सितंबर 2022) |
कैसे चुना जाता है ISS कमांडर?
ISS कमांडर के चुनने का फैसला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से जुड़े अमेरिकी स्पेस एजेंसी (NASA) जापानी स्पेस एजेंसी (जाक्सा), यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA), रूसी स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस और कनाडाई स्पेस एजेंसी संयुक्त रूप से करती है. ISS कमांडर के दिशानिर्देशों के तहत ही ISS के अन्य सदस्य कार्य करते है. साथ ही ISS कमांडर पृथ्वी पर मौजूद स्पेस टीमों के साथ कम्युनिकेट करता है. इमरजेंसी की स्थिति ISS कमांडर ही अंतिम निर्णय लेता है.
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के बारे में:
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) वर्तमान में लो अर्थ ऑर्बिट में सबसे बड़ा मॉड्यूलर स्पेस स्टेशन है. इसमे संयुक्त रूप से नासा, रोस्कोस्मोस (रूस), ESA (यूरोप), CSA (कनाडा) और JAXA (जापान) शामिल है. इसकी स्थापना 20 नवम्बर 1998 को की गयी थी. इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन का पहला माड्यूल ज़रया (Zarya ) रूस द्वारा लांच किया गया था. ISS में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए रहने की पूरी सुविधाएं है.
चीन ने हाल के समय में अपना खुद का स्पेस स्टेशन बना रहा है, और जल्द ही उसके सभी माड्यूल को स्पेस तक पहुंचा देगा. यूक्रेन रूस युद्ध के कारण रूस पर लगे यूरोपीय और अमेरिकी प्रतिबंधो के कारण रूस भी वर्ष 2024 के बाद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अलग हो जायेगा. अतः हम कह सकते है कि आगे का आने वाला समय इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए कठिन है.
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