भारत के स्टार शटलर समीर वर्मा ने 25 नवम्बर 2018 को चीन के लू ग्वांगझू को हराकर लगातार दूसरी बार सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया. उन्होंने खिताबी मुकाबले में चीन के लू ग्वांगझू को 16-21, 21-19, 21-14 से हराया.
यह मैच समीर ने एक घंटे 10 मिनट में जीता. विश्व नंबर-16 समीर वर्मा की विश्व रैंकिंग में 36वें पायदान पर काबिज लू ग्वांगझू के खिलाफ पहली जीत है. उन्होंने इस जीत के साथ ही इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन में ग्वांगझू से मिली हार का बदला भी चुकता कर लिया है. इस जीत के साथ ग्वांगझू के खिलाफ करियर रिकॉर्ड 1-1 का हो गया है.
लगातार दूसरी बार जीता:
समीर वर्मा ने लगातार दूसरी बार यह खिताब अपने नाम किया. उन्होंने पिछले साल बी साई प्रणीत को हराकर यह खिताब अपने नाम किया था. उन्होंने इस साल भी यह खिताब बरकरार रखा है. वहीं, समीर हमवतन शटलर पी. कश्यप के बाद दो बार यह टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय पुरुष शटलर हैं. समीर से पहले वर्ष 2016 में किदांबी श्रीकांत और वर्ष 2015 में पी कश्यप चैम्पियन बने थे.
साइना नेहवाल:
भारत के महिला बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल 25 नवम्बर 2018 को चौथे सैयद मोदी अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप खिताब से चूक गईं. विश्व नंबर-9 साइना को महिला एकल वर्ग के फाइनल में चीन की खिलाड़ी हान युए ने मात दी.
चीन की विश्व नंबर-27 खिलाड़ी हान ने 35 मिनटों तक चले मुकाबले में साइना को सीधे गेमों में 21-18-21-8 से हराकर खिताब जीता. हान इस टूर्नामेंट को जीतने वाली चीन की दूसरी महिला खिलाड़ी बन गई हैं. साइना ने वर्ष 2009, वर्ष 2014 और वर्ष 2015 में इस चैम्पियनशिप को अपने नाम किया था लेकिन वह चौथी बार इसे जीतने में नाकाम रहीं.
सैयद मोदी अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप खिताब के बारे में:
यह टूर्नामेंट राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन सैयद मोदी की स्मृति में वर्ष 1991 में उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन द्वारा स्थापित किया गया था.
वर्ष 2003 तक यह एक राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट था परन्तु वर्ष 2004 के बाद इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता के रूप में मान्यता दी गई जिसके बाद से इसमें विदेशी खिलाड़ी भी भागे लेने लगे.
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