देश भर के 11 राज्यों में कहर बरपा चुके सेरोटाइप-2 डेंगू के मामलों की उभरती चुनौती पर चर्चा के लिए केंद्र ने 18 सितंबर, 2021 को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी.
केंद्र के विभिन्न राज्यों को सुझाव: मुख्य विवरण
- स्वास्थ्य सचिव ने यह सुझाव दिया कि, राज्य डेंगू के मामलों का शीघ्र पता लगाने, परीक्षण किटों, दवाओं और लार्वा नाशकों का पर्याप्त भंडारण, बुखार हेल्पलाइन के संचालन जैसे कदम उठाएं.
- राज्यों से यह भी आग्रह किया गया कि, वे सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्रवाई जैसेकि - बुखार सर्वेक्षण, वेक्टर नियंत्रण, संपर्क ट्रेसिंग, रक्त और रक्त घटकों, विशेष रूप से प्लेटलेट्स के पर्याप्त स्टॉक को बनाए रखने के लिए ब्लड बैंकों को सतर्क करने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया टीमों को तैनात करें.
- राज्यों से यह भी अनुरोध किया गया है कि, वे हेल्पलाइन, डेंगू के लक्षण और वेक्टर नियंत्रण के तरीकों और घरों पर बीमारी फैलाने के स्रोत में कमी के बारे में सूचना अभियान शुरू करें.
कौन से राज्य सीरोटाइप -2 डेंगू के मामलों की रिपोर्ट कर रहे हैं?
भारत में सीरोटाइप-2 डेंगू के मामलों की रिपोर्ट करने वाले 11 राज्यों में राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश शामिल हैं.
सीरोटाइप-2 डेंगू क्या है?
डेंगू वायरस सीरोटाइप -2 (DENV 2) रोग का सबसे आम सीरोटाइप है और इसमें अन्य प्रकार की बीमारी की तुलना में गंभीर डेंगू के मामलों का अधिकतम प्रतिशत है.
विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, डेंगू सीरोटाइप-2 (DEN-2) में डेंगू रक्तस्रावी बुखार, डेंगू का एक बहुत ही गंभीर रूप होने की संभावना है. क्यूबा में सीरोटाइप 2 डेंगू वर्ष, 1981 में पहली बार डेंगू रक्तस्रावी बुखार महामारी का कारण बना, जिसमें बच्चों और वयस्कों सहित सैकड़ों हजारों लोग संक्रमित हुए थे और डेंगू रक्तस्रावी बुखार के लगभग 24,000 मामले पाए गये थे.
डेंगू रक्तस्रावी बुखार
डेंगू रक्तस्रावी बुखार के परिणामस्वरूप रक्तचाप में अचानक गिरावट और गंभीर रक्तस्राव हो सकता है, जिससे कुछ दुर्भाग्यपूर्ण मामलों में सदमे या मृत्यु हो सकती है. डेंगू रक्तस्रावी बुखार तेज बुखार, लसीका प्रणाली को नुकसान, संचार प्रणाली की विफलता, यकृत वृद्धि, नाक से या त्वचा के नीचे रक्तस्राव और आंतरिक रक्तस्राव की विशेषता है और इसके लक्षण जैसे - ठंड, चिपचिपी त्वचा, निम्न रक्तचाप बेचैनी और कमजोर नाड़ी हो सकते हैं.
डेंगू कैसे होता है?
डेंगू एक मच्छर जनित वायरल बीमारी है, जो मुख्य रूप से मादा मच्छर एडीज इजिप्टी द्वारा फैलती है. भारत में हर साल मानसून के मौसम में डेंगू के मामलों में वृद्धि देखी जाती है, क्योंकि स्थिर पानी और आर्द्र तापमान मच्छरों के प्रजनन को बढ़ावा देते हैं. डेंगू वायरस के चार निकट से संबंधित सीरोटाइप हैं-DENV-1, DENV-2, DENV-3 और DENV-4.
डेंगू के लक्षण: तेज बुखार, सिरदर्द, जी मिचलाना, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द और दाने.
पृष्ठभूमि
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन सभी राज्यों को अगस्त के महीने में और 10 सितंबर को सीरोटाइप-2 डेंगू फैलने को लेकर एडवाइजरी जारी की थी.
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