प्रमुख वाहन निर्माता कम्पनी टाटा मोटर्स ने 11 मार्च 2017 को फॉक्सवैगन समूह के साथ दीर्घकालिक साझेदारी हेतु एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए.
वाहन निर्माता कंपनियों ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर उत्पादों के संयुक्त विकास हेतु सामरिक गठबंधन के अवसर की तलाश करने के लिए किए हैं.
दोनों समूहों के मध्य समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर टाटा मोटर्स की तरफ से सीईओ व एमडी गुंटर बुशेक, फॉक्सवैगन के सीईओ मथायस मुलर और स्कोडा ऑटो के सीईओ बर्नहार्ड मायर ने हस्ताक्षर किये.
एमओयू के मुख्य तथ्य-
- समझौते का आधार 'फ्यूचरेडी' की अवधारणा पर तैयार किया गया. जिसके तहत नई प्रौद्योगिकी, बढ़िया प्रदर्शन करने वाले मॉडलों के विकास की दिशा में काम किया जाना प्रस्तावित है.
- समझौता का उद्देश्य आधुनिक और नई पीढ़ी के वाहनों को बाजार में लाना और उन्हें अधिक सुविधाजनक बनाना है.
- समझौते के माध्यम से टाटा मोटर्स का उद्देश्य छोटी और सस्ती कारों की श्रेणी में नई संभावनाएं तलाशना, कम कीमत और किफायती ईंधन की कारों के मॉडल विकसित करना है.
- इस समझौता के बाद पहला उत्पाद 2019 में बाजार में आने का अनुमान है.
- एमओयू के अनुसार टाटा मोटर्स और स्कोडा ऑटो (जो फॉक्सवैगन समूह का प्रतिनिधित्व करती है) अगले कुछ महीनों में मार्गदर्शक सिद्धांत और सहयोग की शर्तो पर कार्य करेंगी.
- टाटा मोटर्स के अनुसार निश्चित समझौते पर पहुंचने के बाद दोनों कंपनियां संयुक्त विकास कार्य और संयुक्त मूल्य-श्रृंखला गतिविधियां शुरू करेंगी.
- टाटा मोटर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक गेंटर बुत्सेक के अनुसार दोनों कंपनियां साथ मिलकर एक-दूसरे की मजबूती का लाभ उठाते हुए भारतीय और विदेशी बाजारों हेतु स्मार्ट अभिनव समाधान विकसित कर सकती हैं.
टाटा मोटर्स के बारे में-
- वर्तमान में टाटा मोटर्स भारत की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी है.
- जिसका वित्त वर्ष 2015-16 में कुल राजस्व 2,75,561 करोड़ रुपये (41.6 अरब डॉलर) रहा.
- टाटा मोटर्स अपनी सहयोगी व संबंद्ध कंपनियों के माध्यम से ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया में भी कारोबार करती है.
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