टाटा स्टील ने यूरोपीय कारोबार के सामूहिक कारोबार के लिए थाइसेनक्रप के साथ समझौता किया. थाइसेनक्रप जर्मनी की दिग्गज इस्पात कंपनी है. इस समझौते के तहत दोनों कंपनियां यूरोप में अपने इस्पात कारोबार का आधा संयुक्त उद्यम में करेंगी.
टाटा स्टील भारत में इस्पात निर्माण की दिग्गज कंपनी है. टाटा स्टील द्वारा जारी जानकारी में कहा गया कि टाटा स्टील और थाइसेनक्रप एजी ने सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके तहत एक बड़े यूरोपीय उपक्रम का सृजन किया जायेगा.
समझौते के मुख्य बिंदु
• यूरोप में टाटा स्टील एवं थाइसेनक्रप के इस्पात उद्यम तथा स्टील मिल सेवा कारोबार को एकीकृत किया जाएगा.
• दोनों कम्पनियों द्वारा किया जाने वाला आधा-आधा उत्पादन इनके संयुक्त उद्यम को जायेगा.
• इस संयुक्त उद्यम का मुख्यालय नीदरलैंड के एम्सटर्डम में स्थापित किया जायेगा.
• मीडिया को जारी की गयी जानकारी में कहा गया कि यह उपक्रम प्रीमियम और विभिन्न प्रकार के उत्पादों की आपूर्ति करेगा.
• इस संयुक्त उद्यम से वार्षिक 2.1 करोड़ टन स्टील उत्पादों की आपूर्ति की जाएगी.
• यह विलय गैर नकद लेनदेन में उचित मूल्यांकन पर होगा तथा दोनों कंपनियों के शेयरधारक ऋण और देनदारियों में योगदान करेंगे.
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टाटा स्टील
• टाटा स्टील (पूर्व में टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी लिमिटड) अर्थात टिस्को के नाम से जाने जाने वाली यह भारत की प्रमुख इस्पात कंपनी है.
• जमशेदपुर स्थित इस कारखाने की स्थापना 1907 में की गयी थी.
• यह दुनिया की पांचवी सबसे बडी इस्पात कंपनी है जिसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 28 मिलियन टन है.
• कम्पनी का मुख्यालय मुंबई में स्थित है तथा यह वृहतर टाटा समूह की एक अग्रणी कंपनी है.
• वर्ष 2000 में इसे विश्व में सबसे कम लागत में इस्पात बनाने वाली कंपनी का खिताब भी हासिल हुआ.
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