Yasin Malik: एनआइए की विशेष अदालत (NIA Special Court) ने टेरर फंडिंग मामले (Terror Funding Case) में दोषी आंतकी यासीन मलिक (Yasin Malik) को उम्रकैद की सजा सुनाई है. उन्हें साथ ही दस लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. मलिक को कुल दो मामलों में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है.
कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Yasin Malik) को हाल ही में टेरर फंडिंग के एक केस में दोषी करार दिया गया था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक अदालत ने 19 मई 2022 को जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) प्रमुख यासीन मलिक को दोषी (Yasin Malik Terror Funding Case) पाया है.
बता दें दिल्ली की एक अदालत द्वारा दोषी करार दिए गए कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Yasin Malik) की सजा को लेकर आज फैसला आएगा. उसे कोर्ट ने 19 मई 2022 को दोषी करार दिया था. कहा जा रहा है कि मलिक को फांसी या उम्रकैद की सजा हो सकती है.
Terror funding case: Separatist leader Yasin Malik pleads guilty before NIA court
— ANI Digital (@ani_digital) May 10, 2022
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यासीन मलिक ने गुनाह कबूल किया
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यासीन मलिक ने टेरर फंडिंग से जुड़े एक मामले में सभी आरोप कबूल कर लिए थे. मलिक पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार यासीन मलिक पर देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने, आपराधिक साजिश रचने, अन्य गैरकानूनी गतिविधियों एवं कश्मीर में शांति भंग करने का आरोप लगाया गया था. बता दें मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मलिक ने इस मामले में अपना गुनाह कबूल कर लिया था.
टेरर फंडिंग मामले में यासीन के खिलाफ क्या आरोप थे?
बता दें 30 मई 2017 को जम्मू-कश्मीर में आतंकी एवं गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने हेतु नेटवर्क चलाने के आरोप में यासीन मलिक पर केस दर्ज हुआ था. एनआईए ने कोर्ट में कहा था कि यासीन के संगठन जेकेएलएफ के अतिरिक्त जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों ने जम्मू-कश्मीर में हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया. बता दें एनआईए ने कोर्ट में कहा कि इन आतंकी संगठनों को पाकिस्तान की आईएसआई का समर्थन भी हासिल है.
यासीन मलिक कौन है?
यासीन मलिक साल 2019 से दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैद है. बता दें यासीन की पूरी पढ़ाई-लिखाई श्रीनगर में ही हुई है. उसने श्री प्रताप कॉलेज से ही स्नातक किया है. उसने अस्सी के दशक में ' ताला पार्टी ' का गठन किया था.
उसने साल 1990 में कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से बेदखल करने में भी महत्वपूर्ण रोल निभाया है. यासीन मलिक ने 22 फरवरी 2009 को एक पाकिस्तानी चित्रकार मुशाल हुसैन मलिक से शादी की थी. इनसे रजिया सुल्तान नाम की एक बेटी भी है.
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