जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय द्वारा राजधानी दिल्ली में 7 मार्च 2017 को जल क्रांति अभियान पर एक राष्ट्रीय सम्मेालन का आयोजन किया जाएगा.
इस सम्मेलन का उद्घाटन जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती करेंगी. देशभर के विभिन्न हितधारक समूहों जैसे पंचायत सदस्य, किसान, गैर सरकारी संगठन के प्रतिनिधियों, अधिकारी और छात्रों सहित 700 प्रतिभागी इस एक दिवसीय सम्मेंलन में भाग लेंगे.
जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने देशभर में एक समग्र एकीकृत दृष्टिकोण के माध्यम से सभी हितधाकरों को शामिल कर जन आंदोलन द्वारा जल संरक्षण और प्रबंधन को संघटित करने के लिए 5 जून 2015 को जल क्रांति अभियान का शुभारंभ किया था.
जल क्रांति अभियान का मुख्य उद्देश्य सहभागी सिंचाई प्रबंधन के लिए पंचायती राज संस्थाओ तथा स्थानीय इकाइयों सहित जमीनी स्तर पर सभी हितधारकों की भागीदारी को सुदृढ़ करना है.
हालांकि जल क्रांति के चार घटक हैं. इनमें मॉडल कमांड क्षेत्र का विकास, जल ग्राम योजना, प्रदूषण को रोकना तथा जन जागरूकता पैदा करना शामिल है.
ग्राम जल योजना के अंतर्गत देश भर के हर जिले के जल संकट से प्रभावित दो गांवों का चयन कर उनके लिए समग्र जल सुरक्षा योजना को सूत्रबद्ध करना है.
828 ऐसे गांवों की पहचान करने का लक्ष्य है. अब तक 726 गांवों की पहचान कर ली गई है, साथ ही साथ 180 गांवों के लिए समेकित जल सुरक्षा योजना तैयार कर ली गई है तथा इनमें से 61 योजनाओं को मंजूरी दे दी गई है.
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