23 जून 2016 को केंद्र सरकार ने नई दिल्ली में संपीड़ित प्राकृतिक गैस (Compressed Natural Gas (CNG))से दुपहिया वाहनों के चलाए जाने के देश के पहले पायलट कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
अपनी तरह के पहले कार्यक्रम का शुभारंभ पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री, धर्मेंद्र प्रधान और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किया.
कार्यक्रम की विशेषताएं–
• कार्यक्रम का कार्यान्वयन इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) और गेल (इंडिया) लिमिटेड द्वारा किया जाएगा.
• कार्यक्रम को हवा बदलो आंदोलन के तहत कार्यान्वित किया जाएगा. इसे गेल का समर्थन प्राप्त होगा. यह आंदोलन हवा प्रदूषण का मुकाबला करने के लिए जनता की पहल है.
• कार्यक्रम में पुनःसंयोजित 50 सीएनजी दुपहिया वाहन शामिल हैं.
• स्कूटरों में सीएनजी किट को पुनःसंयोजित किया जा रहा है. इन्हें इटुक मैन्युफैक्चरिंग इंडिया प्रा.लिमि. द्वारा बनाया गया है.
• सीएजी किट के प्रकार पर ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरएआई) के साथ साथ दिल्ली परिवहन विभाग से मंजूरी ली गई है.
• किट में मौजूद सभी प्रकार के घटकों, पुर्जों, संयोजनों के प्रकार पर अनुमोदन पेट्रोलियम एवं विस्फोट सुरक्षा संगठन (पीईएसओ), इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) और ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिआ (एआरएआई) से प्राप्त किया गया है.
• दुपहिया वाहनों के लिए बनाए गए सीएनजी किट में 4.8 लीटर पानी की क्षमता वाले दो सीएनजी सिलेंडर हैं, इनमें से प्रत्येक सिलिंडर में 1 किलोग्राम सीएनजी तक भरा जा सकता है.
• एक बार भरे जाने के बाद सीएजी किट वाले ये दुपहिया वाहन 120 किलोमीटर तक चल सकते हैं.
• सीएनजी लगे ये दुपहिया वाहन 75% कम हाइड्रोकार्बन का उत्सर्जन करते हैं जबकि इनसे होने वाला CO उत्सर्जन पेट्रोल से चलाए जाने वाले स्कूटरों के मुकाबले 20% कम है.
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