Hydrogen Car: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी 30 मार्च 2022 को ग्रीन हाइड्रोजन से चलने वाली कार (Green Hydrogen Car) से संसद पहुंचे. बता दें कि इस कार का नाम 'मिराई' है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि पेट्रोल-डीज़ल एवं गैस की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. भारत पेट्रोल-डीज़ल को आयात करता है तथा पेट्रोल-डीज़ल से प्रदूषण भी बहुत होता है.
बता दें यह भारत में अपनी तरह की पहली कार है, जो ग्रीन हाइ़ड्रोजन से चलेगी. पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी 30 मार्च 2022 को कार में अपने आवास से संसद भवन पहुंचे. इस दौरान स्वच्छ ईंधन पर चलने वाली यह कार लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रही. उन्होंने कहा था कि राजधानी दिल्ली में जल्द ही वे ग्रीन एनर्जी से चलने वाली कार की सवारी करते हुए दिखेंगे.
Delhi | Union Road Transport & Highways minister Nitin Gadkari rides in a green hydrogen-powered car to Parliament pic.twitter.com/ymwtzaGRCm
— ANI (@ANI) March 30, 2022
नितिन गडकरी ने क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यह कार पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है और इससे किसी तरह का प्रदूषण नहीं फैलता है. गडकरी ने कहा कि यह कार भारत का भविष्य है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल इंजन वाली कारों से काफी प्रदूषण फैलता है, लेकिन हाइड्रो फ्यूल सेल कार से बिलकुल भी प्रदूषण नहीं होता है.
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार यह एक महत्वपूर्ण पहल है जो जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करके स्वच्छ ऊर्जा एवं पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगी और इस तरह साल 2047 तक भारत को 'ऊर्जा आत्मनिर्भर' बनाएगी. केंद्रीय परिवहन मंत्री ने 'ग्रीन हाइड्रोजन' उत्पादन हेतु 3,000 करोड़ रुपये के मिशन की घोषणा की.
ग्रीन हाइड्रोजन कार: एक नजर में
इस कार को टोयोटा (Toyota) कंपनी के पायलट प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया है. इस कार में एडवांस फ्यूल सेल लगाया गया है. यह एडवांस सेल ऑक्सीजन एवं हाइड्रोजन के मिश्रण से बिजली पैदा करता है. कार इसी बिजली से चलती है. उत्सर्जन के रूप में इस कार से केवल पानी निकलता है. ग्रीन हाइड्रोजन भारत की ऊर्जा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने हेतु कुशल और पर्यावरण के अनुकूल है. बता दें कि ग्रीन हाइड्रोजन पानी या ऑर्गेनिक वेस्ट से बनता है.
टोयोटा (Toyota) ने इस कार के लिए हाइड्रोजन बेस्ड फ्यूल सेल सिस्टम विकसित किया है. दरअसल ये भी एक इलेक्ट्रिक गाड़ी है, जो हाइड्रोजन प्रयोग कर चलने के लिए जरूरी इलेक्ट्रिसिटी बनाती है. इसके फ्यूल टैंक से हाइड्रोजन की सप्लाई Fuel Cell Stack को की जाती है. यह कार चारों तरफ हवा में मौजूद ऑक्सीजन को खींचती है. फिर इन दोनों गैसों के केमिकल रिएक्शन से पानी (H2O) एवं बिजली जेनरेट होती है. बिजली का इस्तेमाल कार को चलाने में होता है, जबकि पानी साइलेंसर से बाहर आ जाता है.
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