KPAC Lalitha passes away: प्रसिद्ध मलयालम अभिनेत्री केपीएसी ललिता का 22 फरवरी, 2022 को देर रात केरल के त्रिपुनिथुरा स्थित उनके आवास पर निधन हो गया. वे 74 वर्ष की थीं. केपीएसी लता काफी समय से बीमार चल रही थीं. आपको बता दें कि उनके निधन से साउथ फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है.
जानकारी के अनुसार, ललिता बीते काफी दिनों से बीमार थीं. उनकी तबीयत कुछ समय पहले बिगड़ गई थी, जिस वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती भी करवाया गया था. ललिता के परिवार में उनके अभिनेता-निर्देशक पुत्र सिद्धार्थ भारतन एवं बेटी श्रीकुट्टी हैं. आपको बता दें कि उनका विवाह मलयालम फिल्मों के जाने-माने निर्देशक दिवंगत भारतन के साथ हुआ था.
केपीएसी ललिता के निधन से दक्षिण सिनेमा में शोक का माहौल है. उन्हें कई फिल्मी सितारे सोशल मीडिया के जरिए श्रद्धांजलि दे रहे हैं. केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने भी केपीएसी ललिता के निधन पर शोक व्यक्त किया है. वे अपनी शानदार एक्टिंग के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी हैं.
#KPACLalitha was not just an icon of Malayalam cinema. She was also one of the faces of the progressive art movement that has fought the conservative forces in our society. Till her last breath, she stood firm by those values. Heartfelt condolences to her family and friends. pic.twitter.com/SCOJq8PluB
— Pinarayi Vijayan (@vijayanpinarayi) February 23, 2022
अभिनेत्री केपीएसी ललिता के बारे में
केपीएसी ललिता का जन्म 25 फरवरी 1948 को कायमकुलम में हुआ था. बचपन से उनका नाम माहेश्वरी अम्मा था. उन्हें फिल्मी पर्दे पर लोग केपीएसी ललिता के नाम से जानते थे.
केपीएसी ललिता ने दक्षिण सिनेमा (साउथ सिनेमा) में लगभग 5 दशक तक काम किया था. उन्होंने 550 से ज्यादा मलयालम एवं तमिल फिल्मों में अपने अभिनय का दम दिखाया था.
अभिनय की शुरुआत उन्होंने थिएटर से की थी. केपीएसी ललिता ने वर्ष 1969 में केएस सेथुमाधवन के निर्देशन में बनी फिल्म कूट्टुकुडुमबम से मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में अभिनय की शुरुआत की.
उन्होंने इसके बाद एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया था. वे केरल संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष थीं. वे केरल के चर्चित ड्रामा ट्रूप केपीएसी (केरल पीपल आर्ट क्लब) का हिस्सा थीं.
उनको साल 1999 में आई फिल्म आमरम और साल 2000 में आई फिल्म शांनत में उनके बेहतरीन अभिनय के लिए दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था. चार बार उन्हें केरल राज्य फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया था.
उन्होंने 1970 के दशक में कुछ वक्त के लिए अभिनय से दूरी बना ली थी लेकिन साल 1983 में 'कट्टथे किलिक्कूडु' फिल्म से फिर वापसी की. इस फिल्म का निर्देशन उनके पति भरथन ने किया था.
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