अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए 24 लोगों का चयन किया गया है. हाल ही में पूजा के लिए आवेदन जारी किये गए थे जिसके बाद इनका चयन हुआ है. हालांकि राम मंदिर के मुख्य पुजारी के तौर पर संत कबीरनगर के आचार्य सत्येंद्र दास पहले से ही बने हुए है.
पुजारियों के चयन के लिए विशेष मापदंड रखे गए थे जिसके लिए हजारों की संख्या में लोगों ने आवेदन किया था. बनाये गए मापदंडो के से गुजरने के बाद 200 लोगों को साक्षात्कार के लिए चुना गया था. जिसके बाद कर्मकांड, वेदज्ञान में निपुण 24 लोगों को पूजा-अर्चना के लिए चुना गया था. इन्ही में मोहित का भी नाम शामिल है जो चर्चित हो गए थे.
राम मंदिर के मुख्य पुजारी:
आचार्य सत्येंद्र दास राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी है वह संत कबीरनगर के रहने वाले हैं लेकिन वह बचपन से ही अयोध्या में रहे है. सत्येंद्र दास आज से नहीं करीब 32 साल में रामलला मंदिर से जुड़े हुए है. वह 1992 में बाबरी विध्वंस से पहले से ही राम मंदिर में पूजा अर्चना कर रहे है. वह अब भी राम मंदिर के मुख्य पुजारी है.
सत्येंद्र दास ने साल 1975 में संस्कृत विद्यालय से आचार्य की डिग्री हासिल की थी. इसके बाद उन्होंने संस्कृत महाविद्यालय के व्याकरण विभाग में सहायक अध्यापक के रूप में कार्य किया. लेकिन इस दौरान भी उनका लगाव अयोध्या की राम मंदिर से लगा हुआ था और वह अयोध्या का दौरा करते रहते थे.
अन्य 24 लोगों का भी किया गया चयन:
राम मंदिर में पूजा-पाठ के कार्यों को संपन्न कराने के उद्देश्य से 24 लोगों का चयन किया गया है. रामलला के मंदिर के पुजारियों का चयन उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से किया गया है. चयनित सभी पुजारी रामानंदीय परंपरा से जुड़े हुए है. ये सभी वेद, शास्त्र और पुराण के विद्वान है.
राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय व्यवस्थापक प्रकाश गुप्ता ने बताया है कि 24 लोगों में से 21 लोगों की अभी 6 महीने की ट्रेनिंग करायी जाएगी.
पीएम मोदी 11 दिवसीय अनुष्ठान पर:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि वह 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' (‘pran pratishtha’)समारोह से पहले 11 दिवसीय अनुष्ठान करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह को संपन्न करायेंगे. हिंदू शास्त्रों के अनुसार, किसी देवता की मूर्ति की 'प्राण प्रतिष्ठा' एक विस्तृत अनुष्ठान है. कुछ विशिष्ट नियम निर्धारित हैं जिनका समारोह से पहले पालन करना आवश्यक होता है.
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन ही बचे हैं।
— Narendra Modi (@narendramodi) January 12, 2024
मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनूंगा।
प्रभु ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है।
इसे ध्यान में रखते हुए मैं आज से 11 दिन का विशेष…
सार्वजनिक अवकाश की घोषणा:
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है. राम मंदिर में श्रीराम के विराजमान करने की सभी तैयारियां जोरों से चल रही है. इसके साथ ही राज्य में ड्राई डे की भी घोषणा की गयी है. इस दिन प्रदेश सहित पूरे देश में उत्सव का माहौल होगा.
यह भी पढ़ें:
Ayodhya Ram Temple: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे ये गेस्ट, देखें पूरी लिस्ट
Comments
All Comments (0)
Join the conversation