HDFC to be merged with HDFC Bank: एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd) ने 04 अप्रैल 2022 को दो संस्थाओं के विलय की घोषणा की. इससे फाइनेंशियल सेक्टर में सबसे बड़े सौदों में से एक के लिए प्लेटफॉर्म तैयार हो गया. बता दें कि विलय की इस घोषणा से दोनों संस्थाओं के शेयर की कीमतों में भारी तेजी दर्ज की गई है.
एचडीएफसी बैंक के अनुसार ट्रांजेक्शन अगले डेढ़ साल में खत्म होने की संभावना है. यह नियामक के अनुमोदन एवं अन्य प्रथागत समापन शर्तों के पूरा होने के अधीन है. एचडीएफसी ने कहा कि उसके बोर्ड ने एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के साथ अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक एचडीएफसी इन्वेस्टमेंट लिमिटेड एवं एचडीएफसी होल्डिंग्स लिमिटेड के विलय को मंजूरी दे दी है.
इस विलय का उद्देश्य
इस मर्जर को लेकर एचडीएफसी ने कहा है कि इस डील का उद्देश्य एचडीएफसी बैंक के हाउसिंग लोन पोर्टफोलियो को बेहतर बनाना है. साथ ही इसका मौजूदा कस्टमर बेस (customer base) भी बढ़ाना है.
भारत की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी
ट्रांजेक्शन संरचना के मुताबिक, एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd), भारत की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी, जिसकी संपत्ति प्रबंधन (AUM) के अंतर्गत 5.26 ट्रिलियन रुपये है तथा जिसका मार्केट कैप 4.44 ट्रिलियन रुपये है. बता दें इसका विलय एचडीएफसी बैंक के साथ होगा, जो कि भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र का बैंक का 8.35 लाख करोड़ रुपये है.
विलय के बाद, एचडीएफसी लिमिटेड की एचडीएफसी बैंक में हिस्सेदारी समाप्त हो जाएगी. एचडीएफसी बैंक सार्वजनिक शेयरधारकों के स्वामित्व में 100 प्रतिशत हो जाएगा. एचडीएफसी लिमिटेड के मौजूदा शेयरधारक एचडीएफसी बैंक के 41 प्रतिशत हिस्से के मालिक होंगे.
दोनों संस्थाओं को कैसे होगा फायदा?
बता दें कि इससे बड़े ग्राहक आधार पर उत्पादों को क्रॉस-सेल करने की क्षमता में सुधार होगा. उन्हें इस कदम से शहरी, अर्ध-शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में अपने वितरण का लाभ उठाने में सहायता मिलेगी.
विलय प्रक्रिया कब पूरी होगी
एचडीएफसी की तरफ से 04 अप्रैल 2022 को कहा गया कि उसके बोर्ड ने एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के साथ अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक एचडीएफसी इन्वेस्टमेंट लिमिटेड एवं एचडीएफसी होल्डिंग्स लिमिटेड के विलय को मंजूरी दे दी है. रिपोर्ट के अनुसार, एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक की विलय प्रक्रिया वित्त वर्ष 2024 की दूसरी या तीसरी तिमाही तक पूरा होने की भरोसा है.
दूसरी सबसे बड़ी कंपनी
विलय के बाद बनने वाली कंपनी का मार्केट कैप टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (TCS) से अधिक होगा. गौरतलब है कि फिलहाल, रिलांयस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर और टीसीएस दूसरे नंबर पर है. विलय के बाद यह मार्केट कैप के हिसाब से टीसीएस (TCS) को पछाड़ दूसरी सबसे बड़ी कंपनी होगी.
आवासीय ऋण उपलब्ध कराएगा
एचडीएफसी बैंक विलय के बाद अपने ग्राहकों को एक मूल उत्पाद के रूप में सरलता से आवासीय ऋण उपलब्ध कराएगा. इसके अतिरिक्त एचडीएफसी बैंक लंबी अवधि के आवासीय ऋण का भी लाभ उठा पाएगा. बैंक अपने अपने ग्राहकों से लंबे संबंध के वजह से उनकी बेहतर जानकारी के साथ उन्हें विभिन्न क्रेडिट और डेबिट सेवाएं उपलब्ध कराएगा.
एचडीएफसी बैंक में स्थानांतरित
एचडीएफसी लिमिटेड की सहायक कंपनियां एवं सहयोगी एचडीएफसी बैंक में स्थानांतरित हो जाएंगे. एचडीएफसी के वाइस चेयरमैन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी केकी मिस्त्री ने कहा है कि इस विलय से ग्राहक को बहुत बड़ा लाभ होगा.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation