भारत की फार्मा कंपनी आरपीजी लाइफ साइंसेस डोमेन नाम के मालिकों के खिलाफ लड़ाई हार गई. आरपीजी लाइफ साइंसेस ने डोमेन नाम आरपीजीलाइफ.कॉम के मालिकों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी जिसे विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (डब्ल्यूआईपीओ) ने 17 फरवरी 2014 को खारिज कर दिया.
डब्ल्यूआईपीओ जेनेवा, स्वीट्जरलैंड में स्थित है और एक डोमेन नाम विवादों के निपटारे के लिए मध्यस्थता सेवा प्रदाता है.
दिलचस्प बात यह है कि, लड़ाई जीत जाने के बाद डोमेन नाम के मालिकों ने आरपीजी लाइफ को डोमेन नाम बेचने की पेशकश की है.
आरपीजी लाइफ साइंसेस ने इस आधार पर शिकायत दर्ज की थी कि पंजीकृत ट्रेडमार्क आरपीजी औऱ आरपीजी लाइफ दोनों ही विशिष्ट है और विवादित डोमेन नाम 28 अक्टूबर 2005 को पंजीकृत किया गया था. कंपनी ने कहा कि आरपीजीलाइफ.कॉम ने गलत मंशे से डोमेन का नाम पंजीकृत कराया था. विवादित डोमेन नाम, आरपीजीलाइफ.कॉम इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को खेल की वेबसाइट आरपीजी पर ले जाया करती थी.
हालांकि, डब्ल्यूआईपीओ ने अपने फैसले में कहा कि डोमेन नाम के मालिकों को उनके हक से वंचित करने और रिवर्स हाइजैकिंग के प्रयास के लिए यह शिकायत दर्ज की गई है. यही कारण है कि न सिर्फ कंपनी की शिकायत को मानने से इनकार किया बल्कि मध्यस्थ सदस्यों ने शिकायत करने के पीछे बुरी मंशा बताई.
डब्ल्यूआईपीओ के पंचों ने कहा कि डोमेन नाम के मालिकों ने रोल प्लेइंग गेम (आरपीजी) के सामान्य शब्द भूमिका का इस्तेमाल लाइफ शब्द के साथ किया था.
आरपीजी इंटरनेट पर गेम खेलने वालों के लिए एक बेहद लोकप्रिय शैली है जिसमें खिलाड़ी कई काल्पनिक सेटिंग की भूमिका निभा सकते हैं.
आरपीजी के वैरिएंट्स हैं– डंगंस एंड ड्रैगंस (डीएंडडी), फाइनल फैंटसी और वर्ल्ड ऑफ वारक्राफ्ट (डब्ल्यूओडब्ल्यू).
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