उपन्यासकार सिद्धार्थ गिगू को उनके उपन्यास ‘द अम्ब्रेला मेन’ के लिए 2015 के एशिया क्षेत्र के राष्ट्रमंडल लघु कथा पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
पुरस्कार के रूप में उन्हें 2500 पौंड की राशी से सम्मानित किया गया.
प्रतियोगिता के अगले चरण में गीगू की प्रतिस्पर्धा 4 अन्य क्षेत्रों के विजाताओं से होगी. प्तियोगिता के इस अगले चरण की पुरस्कार राशी 5000 पौंड है.
प्रतियोगिता के अगले चरण के विजेता की घोषणा 8 सितम्बर 2015 को लंदन में की जाएगी.
अन्य क्षेत्रीय विजेता हैं –
• उपन्यास लाईट के लेखक नाइजीरिया के लेसली ननेका अरिमाह.
• कनाडा और यूरोप क्षेत्र से ब्रिटेन के जोनाथन टेल उपन्यास ‘द ह्यूमन फोटोग्राफर’ के लिए.
• कैरेबियन क्षेत्र से त्रिनिदाद के केविन जारेड होसेन को उनके उपन्यास द किंग ऑफ़ सेटेलमेंट 4 के लिए चुना गया.
• प्रशांत क्षेत्र से फिजी की मैरी रोकोनाद्रवू को ‘फेमिश्ड ईल’ के लिए सम्मानित किया गया.
राष्ट्रमंडल लघु कथा पुरस्कार के बारे में –
राष्ट्रमंडल लघु कथा पुरस्कार राष्ट्रमंडल फाउंडेशन की एक सांस्कृतिक पहल है. पुरस्कार का उद्देश्य दुनिया भर में लेखकों को जोड़ना और उन्हें प्रेरित करना है.
इस पुरस्कार की स्थापना 2012 में की गई थी .
सिद्धार्थ गिगू के बारे में-
• सिद्धार्थ गिगू का जन्म 1974 में श्रीनगर, जम्मू एवं कश्मीर में हुआ.
• उन्होंने दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में अध्ययन किया.
• गिगू का पहला उपन्यास ‘द गार्डन ऑफ़ सोलित्युद’ 2011 में प्रकाशित हुआ था.
• उन्होंने 1994 में ‘फाल एंड अदर पोएम’ और 1995 में ‘रिफलेकशन’ जैसी दो काव्य पुस्तकों की रचना भी की है .
• सिद्धार्थ गिगू लघु फिल्म ‘ द लास्ट डे’ के निर्माता निर्देशक भी रहे हैं.
• हाल ही में उनके द्वारा निर्देशित फिल्म का नाम ‘गुडबाय मे फ्लाई’.
जमैका की डायना मैककाउले 2012 के क्षेत्रीय राष्ट्रमंडल लघु कहानी पुरस्कार की विजेता थी.
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