देश के औद्योगिक उत्पादन में प्रमुख रूप से बिजली और खनन क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से सितम्बर 2013 में 2 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई. औद्योगिक उत्पादन के सूचकांक के रूप में मापे जाने वाला कारखानों में होने वाला उत्पादन सितम्बर 2012 में 0.7 प्रतिशत गिर गया था.
केंद्र सरकार द्वारा 12 नवम्बर 2013 को जारी आंकड़ों के अनुसार सितम्बर 2013 में बिजली उत्पादन में 12.9 अच्छी वृद्धि हुई, जबकि खनन क्षेत्र में यह वृद्धि 3.3 प्रतिशत रही. लेकिन, 75 प्रतिशत से अधिक योगदान वाले विनिर्माण क्षेत्र में सितम्बर 2013 में 0.6 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज हुई.
विदित हो कि आर्थिक मामलों की सलाहकारों के अनुसार, सरकार के द्वारा किए गए प्रयासों से ही औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि हुई है. बेसिक गुड्स है जैसे कि माइनिंग या पावर जनरेसन उनमें सुधार आया है.
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (Index for Industrial Production)
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक को केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम मंत्रालय के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के द्वारा जारी किया जाता है. चालू वित्त वर्ष के दौरान औद्योगिक उत्पादन के आकड़ों को जारी करने के लिए वर्ष 2004-05=100 को आधार बनाया गया है. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक को 16 स्रोत विभागों से प्राप्तज आंकड़ों के आधार पर तैयार किए जाते हैं जिनके नाम हैं:- औद्योगिक नीति और संवर्द्धन विभाग (डीआईपीपी), भारतीय खान ब्यू रो, केन्द्री य बिजली प्राधिकरण, संयुक्तक संयंत्र समिति, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, कपड़ा आयुक्ता कार्यालय, रसायन और पेट्रो-रसायन विभाग, चीनी निदेशालय, उर्वरक विभाग, वनस्पोति, वनस्पाति तेल और वसा निदेशालय, चाय बोर्ड, पटसन आयुक्तग कार्यालय, रेल बोर्ड, नमक आयुक्त कार्यालय और कॉफी बोर्ड.

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