लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, मेरठ, उत्तर प्रदेश के डॉ मनु मल्होत्रा को टीमपैनोप्लास्टी (Tympanoplasty: कान के पर्दे का प्रत्यारोपण) के सस्ते ऑपरेशन हेतु किए गए शोध के लिए क्लीनिकल सर्जरी में बेस्ट रिसर्च का पुरस्कार मिला. लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में यह पुरस्कार जनवरी 2011 के तीसरे सप्ताह में दिया गया. डॉ मनु मल्होत्रा का टीमपैनोप्लास्टी पर यह शोध कैम्ब्रिज के जर्नल ऑफ लैरिंजोलॉजी एंड ऑटोलॉजी में भी प्रकाशित हुआ.
डॉ मनु मल्होत्रा ने कान में जीवाणु संक्रमण से होने वाली बीमारी, जिसमें कान की हड्डी और पर्दा गलने की समस्या के कारण सुनाई नहीं देता है, के इलाज के लिए अम्ब्रेला ग्राफ्टिंग तकनीक का इजाद किया. अम्ब्रेला ग्राफ्टिंग में कान की हड्डी और पर्दा से ही नई झिल्ली बनाई जाती है, फिर उसे कान में प्रत्यारोपित कर दिया जाता है. इसमें सिर्फ 2000 रुपये का खर्च आता है. चिकित्सा जगत में अब तक इसके लिए गोल्ड या टिटेनियम ग्राफ्टिंग का प्रयोग किया जाता था, जिसमें 50000 रुपये तक खर्च होता था.
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