केंद्रीय बायोटेक्नोलॉजी विभाग के सचिव के. विजय राघवन अप्रैल 2015 के अंतिम सप्ताह में अमेरिकी राष्ट्रीय साइंस अकादमी में शामिल किये गए. उन्हें अमेरिकी राष्ट्रीय साइंस अकादमी (एनएएस) में विदेशी एसोसिएट के रूप में शामिल किया गया. बायो टैक्नोलॉजी से जुड़े मौलिक अनुसंधान में उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें वर्ष 2014 में एनएएस के विदेशी एसोसिएट के रूप में चुना गया था.
के. विजय राघवन से संबंधित मुख्य तथ्य:
विजय राघवन जनवरी 2013 में भारत सरकार के बायोटेक्नोलॉजी विभाग के सचिव नियुक्ति किए गए थे. इसके पहले वह बायोलॉजिकल साइंस के राष्ट्रीय केन्द्र के निदेशक रहे. वह भारतीय विज्ञान अकादमी के फेलो हैं. यूरोपीय मोलेकुलर बायोलॉजी संगठन के एसोसिएट सदस्य हैं तथा रॉयल सोसाइटी के फेलो हैं. भारत सरकार ने उन्हें 2013 में 'पदमश्री' सम्मान दिया. वह विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी विभाग में जे. सी. बोस फेलो हैं. राघवन ने 2010 में रॉयल सोसाइटी में जे सी बोस स्मृति व्याख्यान दिया था. उन्हें 2009 में लाइफ साइंस में पहले इंफोसिस पुरस्कार तथा 1998 में शांति स्वगरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
विदित हो कि एनएएस की सदस्यता विज्ञान में उत्कृष्ट स्वीकार्यता के लिए दी जाती है और यह वैज्ञानिकों के लिए सर्वोच्च सम्मान में से एक है. एनएएस में कुल 2250 सदस्य हैं और 440 विदेशी एसोसिएट हैं. इनमें से लगभग 200 वैज्ञानिकों को नोबल पुरस्कार प्राप्त हो चुका है.
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