केरल के राज्यपाल एमओएच फारुक का चेन्नई में 26 जनवरी 2012 की रात को निधन हो गया. 75 वर्षीय केरल के राज्यपाल एमओएच फारुक का निधन कैंसर के कारण हुआ. एमओएच फारुक पुड्डुचेरी के तीन बार मुख्यमंत्री के अलावा केन्दीय मंत्री एवं राजनयिक भी रहे थे. केरल के राज्यपाल एमओएच फारुक का अंतिम संस्कार पुड्डुचेरी में 27 जनवरी 2012 को किया गया.
केरल राज्य सरकार ने राज्यपाल एमओएच फारुक को श्रद्धांजलि देने के लिए राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों के लिए अवकाश घोषित किया साथ ही सात दिनों का राजकीय शोक भी घोषित किया. उनके निधन पर केन्द्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में भी तीन दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया. केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने राज्यपाल एमओएच फारुक के निधन के उपरांत अपनी आधिकारिक यात्रा भी स्थगित कर दी.
पुडुचेरी के तीन बार मुख्यमंत्री रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री एमओएच फारुक ने आठ सितम्बर 2011 को केरल के 19वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी. केरल से पूर्व वह झारखंड के राज्यपाल थे. एमओएच फारुक पुड्डुचेरी से तीन बार 1991, 1996 और 1999 में लोकसभा के लिए भी चुने गए थे.
एमओएच फारुक प्रधानमंत्री नरसिम्हाराव की सरकार में जून 1991 से दिसम्बर 1992 तक केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री तथा पर्यटन राज्य मंत्री रहे थे. एमओएच फारूक ने सऊदी अरब में भारत के राजदूत (वर्ष 2004 में) के रूप में भी अपनी सेवाएं दी थीं.
एमओएच फारुक मात्र 27 वर्ष की आयु में पुडुचेरी विधान सभा के स्पीकर बन गए थे. उन्होंने डीएमके और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के सरकारों का पुडुचेरी विधान सभा में नेतृत्व किया था.
केरल के राज्यपाल एमओएच फारुक पुडुचेरी के ही निवासी थे. उनके परिवार में एक बेटा तथा दो बेटियां हैं. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने केरल के राज्यपाल एमओएच फारुख के निधन पर शोक जताया.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation