छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जिलाधिकारी एलेक्स पॉल मेनन का हथियारबंद नक्सलियों ने 21 अप्रैल 2012 को अपहरण कर लिया. नक्सलियों ने अपहरण का विरोध करने वाले जिलाधिकारी एलेक्स पॉल मेनन के दो अंगरक्षकों को गोली मार कर हत्या कर दी. तमिलनाडु के निवासी 32 वर्षीय जिलाधिकारी एलेक्स पॉल मेनन वर्ष 2006 बैच के आइएएस हैं.
सुकमा जिले के जिलाधिकारी एलेक्स पॉल मेनन छत्तीसगढ़ सरकार के ग्राम सुराज अभियान पर केरलापाल ग्राम पंचायत के मांझीपारा गांव गए थे. 21 अप्रैल 2012 की शाम लगभग 4.45 बजे 100-150 हथियार बंद नकाबपोश नक्सलियों ने सम्मेलन स्थल को घेर लिया. उन्होंने हवा में दो-चार गोलियां चलाई. विरोध करने पर जिलाधिकारी के अंगरक्षक किशन कुजूर व अमजद की गोली मारकर हत्या कर दी. फिर जिलाधिकारी एलेक्स पॉल मेनन को बंधक बना कर अपने साथ किसी अज्ञात स्थान पर ले गए.
आइएएस एलेक्स पॉल मेनन को रिहा करने की शर्त में आठ नक्सलियों को छुड़ाने की मांग की गई है - 1. मीना चौधरी: उपनाम आइलम्मा कल्लवल्ला उर्फ कविता उर्फ संध्या. 2. केएस शांतिप्रिया उर्फ मालती. 3. असित सेन 4. गोपन्ना उर्फ सत्यम रेड्डी 5. निर्मलक्का उर्फ विजय लक्ष्मी 6. देवपाल उर्फ चंद्रशेखर रेड्डी 7. कोरसा सन्नी 8. मरकाम सन्नी
ज्ञातव्य हो कि इससे पूर्व सुकमा जिले से सटे ओडिशा के मलकानगिरी जिले के जिलाधिकारी आर वीनल कृष्णा को नक्सलियों ने अगवा कर लिया था और 14 मांगें माने जाने के बाद उन्हें मुक्त किया था.
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