जलवायु-परिवर्तन की दृष्टि से पृथ्वी की निगरानी के लिए यूरोप ने सेंटिनल-1ए उपग्रह लांच किया

Apr 5, 2014, 10:32 IST

यूरोप ने आपदा-राहत कार्यों में सहायता करने के लिए सेंटिनल-1ए (Sentinel-1A) नामक उपग्रह 3 अप्रैल 2014 को लांच किया.

यूरोप ने जलवायु-परिवर्तन और पर्यावरणीय क्षति की दृष्टि से पृथ्वी की निगरानी तथा आपदा-राहत कार्यों में सहायता करने के लिए सेंटिनल-1ए (Sentinel-1A) नामक उपग्रह 3 अप्रैल 2014 को लांच किया. सेंटिनल-1ए हाई-टेक उपग्रहों के समूह का पहला उपग्रह है, जिसे यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ईएसए) के कोरू, फ्रेंच गुयाना सोयूज रॉकेट से छोड़ा गया.

image
यह 2.2 टन वजनी उपग्रह बादल-भेधी राडार से पृथ्वी की जाँच करेगा. यह 5.19 अरब अमेरिकी डॉलर (3.786 अरब यूरो) की कोपरनिकस परियोजना, जो कि ईएसए और यूरोपीय संघ (ईयू) का एक संयुक्त उपक्रम है, के अंतर्गत निर्मित और लांच किए जाने वाले आधा दर्जन ऑर्बिटल मॉनिटर्स में से पहला है.
 
उड़ान भरने के बाद सेंटिनल-1ए ने रॉकेट के ऊपरी चरण से खुद को अलग कर लिया और आगे उसका अनुसरण वर्ष 2015 के अंत तक लांच किए जाने वाले उसके पार्टनर सेंटिनल-1बी द्वारा किया जाएगा.
     
सेंटिनल-1 से सम्बंधित   
सेंटिनल-1 (Sentinel-1A) भूमि और महासागरीय निगरानी के मुख्य उद्देश्य वाले दो उपग्रहों का एक समूह है. इस मिशन का लक्ष्य ईआरएस-2 की सेवानिवृत्ति और एनविसैट मिशन की समाप्ति के बाद सी-बैंड  एसएआर डाटा-कॉन्टिन्यूइटी उपलब्ध कराना है. इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए उपग्रह अपने साथ एक सी-एसएआर सेंसर लेकर गया है, जो सभी मौसम-स्थितियों में मध्यम और उच्च रेजोल्यूशन इमेजिंग प्रदान करेगा. सी-एसएआर रात्रि-चित्रावली (नाइट-इमेजरी) प्राप्त करने और जमीन पर लघु गतिविधियों का पता लगाने में सक्षम है, जो उसे भूमि और महासागरीय निगरानी के लिए उपयोगी बनाता है.
        
सेंटिनल-1 कोपरनिकस-पहल के ढांचे में शामिल छह मिशनों में से पहला है और सेंटिनल-1ए तथा सेंटिनल-1बी नामक दो पोलर-ऑर्बिटिंग उपग्रहों के समूह से बना है. ये दोनों उपग्रह एक ही ऑर्बिटल विमान को शेयर कर दिन-रात कार्यरत रहते हुए सिंथेटिक अपर्चर राडार (एसएआर) इमेजिंग का कार्य करेंगे.

image


सेंटिनल-1 की सेवाओं में निम्नलिखित अनुप्रयोग शामिल हैं :
• समुद्री बर्फ-क्षेत्रों और आर्कटिक पर्यावरण की निगरानी
• मौसम की पूर्वानुमान-प्रणालियों में समुद्री बर्फ के प्रेक्षणों (ऑब्जर्वेशंस) का आत्मसात्करण
• समुद्री सुरक्षा के लिए तेल बिखरने पर नजर रखने और जहाज का पता लगाने सहित समुद्री पर्यावरण की निगरानी  
• भूमि सतह गति जोखिमों की निगरानी
• भूमि की सतहों का मानचित्रण (मैपिंग) : वन, जल और मिट्टी, वहनीय कृषि
• संकट की स्थितियों में मानवीय सहायता के समर्थन में मानचित्रण.

कोपर्निकस से सम्बंधित तथ्य
कोपर्निकस पहले पर्यावरण और सुरक्षा के लिए वैश्विक निगरानी (ग्लोबल मॉनिटरिंग फॉर इनवाइरनमेंट एंड सिक्यूरिटी अर्थात जीएमईएस) के नाम से जाना जाता था. यह यूरोपीय संघ का पृथ्वी निरीक्षण और निगरानी कार्यक्रम है. यह एक प्रयोक्ता-चालित (यूजर ड्रिवन) कार्यक्रम है, जो मौजूदा राष्ट्रीय और यूरोपीय क्षमताओं पर निर्मित हो रहा है और नई आधारिक संरचना (इन्फ्रास्ट्रक्चर) तथा सेवाएँ स्थापित कर रहा है.

 

Jagranjosh
Jagranjosh

Education Desk

Your career begins here! At Jagranjosh.com, our vision is to enable the youth to make informed life decisions, and our mission is to create credible and actionable content that answers questions or solves problems for India’s share of Next Billion Users. As India’s leading education and career guidance platform, we connect the dots for students, guiding them through every step of their journey—from excelling in school exams, board exams, and entrance tests to securing competitive jobs and building essential skills for their profession. With our deep expertise in exams and education, along with accurate information, expert insights, and interactive tools, we bridge the gap between education and opportunity, empowering students to confidently achieve their goals.

... Read More

यूपीएससी, एसएससी, बैंकिंग, रेलवे, डिफेन्स और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नवीनतम दैनिक, साप्ताहिक और मासिक करेंट अफेयर्स और अपडेटेड जीके हिंदी में यहां देख और पढ़ सकते है! जागरण जोश करेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें!

एग्जाम की तैयारी के लिए ऐप पर वीकली टेस्ट लें और दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करें। डाउनलोड करें करेंट अफेयर्स ऐप

AndroidIOS

Trending

Latest Education News