टेरी (ऊर्जा और संसाधन संस्थान) ने 16 अप्रैल 2015 को दो वैश्विक अनुसंधान संस्थानों फ्रिडजौफ नेन्सन संस्थान (एफएनआई) तथा इनटासेव-केरिबसेव समूह के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए.
यह समझौता जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों पर ज्ञान और सहयोग के आदान-प्रदान के लिए किया गया.
सहमति ज्ञापन के अनुसार तीनों संस्थान मिलकर अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे. इसमें हरित विकास, जलवायु परिवर्तन, सतत ऊर्जा, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, क्षमता निर्माण तथा ज्ञान के आदान-प्रदान के क्षेत्रों में शामिल नीति विश्लेषण मुद्दे शामिल हैं.
पारस्परिक हितों के लिए निम्न नौ क्षेत्र चयनित किये हैं:
जलवायु परिवर्तन और अनुकूलन के सह-लाभ
हरित विकास और संसाधन क्षमता
पर्यावरण और विकास
कम कार्बन उत्सर्जन हेतु रणनीति
संस्थान तथा प्रशासन
अंतरराष्ट्रीय सहयोग
ज्ञान का आदान-प्रदान
क्षमता विकास
राष्ट्रीय, क्षेत्रीय तथा वैश्विक नीतियों पर चर्चा
भागीदारी क्यों महत्वपूर्ण है?
यह भागीदारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे वैश्विक प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा जिससे वर्ष 2015 के बाद होने वाले जलवायु परिवर्तन, नयी खोज तथा आपसी ज्ञान साझा करने में सहायता मिलेगी.
टेरी
ऊर्जा और संसाधन संस्थान (टेरी) ऊर्जा, पर्यावरण और सतत विकास के हर पहलू के लिए प्रतिबद्ध एक स्वतंत्र संस्थान है. टेरी अनुसंधान तथा नयी खोजों के क्षेत्र में 40 से अधिक वर्षों से उत्कृष्टता पूर्वक काम कर रही है.
एफएनआई
फ्रिडजौफ नेन्सन संस्थान (एफएनआई) एक स्वतंत्र नॉर्वेजियन संस्था है जो कि अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण, ऊर्जा, और संसाधन प्रबंधन राजनीति पर कार्य कर रही है.
इनटासेव-केरिबसेव
इनटासेव-केरिबसेव समूह एक गैर-लाभकारी संस्था है जिसका मुख्यालय यूनाइटेड किंगडम में है. इसके विभिन्न कार्यालय अफ्रीका, एशिया, कैरेबियन तथा यूरोप में स्थित हैं.
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