प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने महाराष्ट्र के तारापुर स्थित बार्क में 100 टन सालाना क्षमता वाले विद्युत रिएक्टर पुनर्संस्करण संयंत्र का उद्घाटन 7 जनवरी 2011 को किया. तारापुर में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC: Bhabha Atomic Research Centre) में यह दूसरा विद्युत रिएक्टर पुनर्सस्करण संयंत्र हो गया. इसकी स्थापना से नाभिकीय ईंधन चक्र के उप उत्पादों यानी अवशिष्ट (कचरा) पदार्थों का बेहतर प्रबंधन व इस्तेमाल करने में भारत की क्षमता में वृद्धि होनी तय है.
स्वदेशी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों से निकले अवशिष्ट पदार्थों को विद्युत रिएक्टर पुनर्संस्करण संयंत्र के द्वारा पुनः फास्ट ब्रीडर रिएक्टर में इस्तेमाल के लिए तैयार किया जाएगा. फास्ट ब्रीडर रिएक्टर से देश के लिए स्थायी और स्वच्छ ऊर्जा का निर्माण किया जाता है. भारत में कुल 3 परमाणु पुनर्संस्करण संयंत्र हैं: तारापुर, ट्राम्बे और कलपक्कम में. तीनों की कुल सालाना क्षमता 230 टन है.
वर्तमान एवं भविष्य की ऊर्जा सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए यूरेनियम का पुनर्चक्रण एवं उचित उपयोग भारत जैसे विकासशील देश के लिए आवश्यक है.
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