दिल्ली ने अपना पहला डॉल्बे एटमॉस ऑडियो टेक्नोलॉजी 1 मई 2014 को प्राप्त किया. इसे दिल्ली के सबसे पुराने सिनेमाघरों में से एक, डिलाइट सिनेमा में लगाया गया. डिलाइट सिनेमा एकल स्क्रीन वाला सिनेमाघर है. इस टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने वाला वह अब उत्तर भारत का पहला सिनेमाघर भी बन गया.
डिलाइट सिनेमाज के ऑडियो टेक्नोलॉजी के अपग्रेडेशन की घोषणा डॉल्बे लैबोरेटरीज द्वारा की गई.
डॉल्बे एटमॉस
डॉल्बे एटमॉस एक स्थितीय ध्वनि प्रणाली है जिसमें एक से अधिक ध्वनि चैनल होते हैं. ये किसी भी ध्वनि को बिल्कुल सजीव बना देते हैं. यह बिल्कुल वास्तविक और प्राकृतिक ध्वनि का अनुभव कराता है जिससे आप कहानी से खुद को जुड़ा हुआ महसूस करते हैं.
डॉल्बे एटमॉस की शुरुआत अप्रैल 2012 में डॉल्बे लैबोरेटरीज द्वारा की गई थी. भारत में सबसे पहले इस तकनीक का प्रयोग चेन्नई के सत्यम मल्टीप्लेक्स थिएटर ने किया था. अन्य सिनेमाघर जो इसका इस्तेमाल करते हैं उनमें मुंबई केजुहू स्थित पीवीआर भी शामिल है.
वैसे कुछ सिनेमा के नाम जिसमें इस तकनीक का इस्तेमाल किया गया है वे हैं– ब्रेव, द लाइफ ऑफ पाई, स्टार ट्रेकः इंटू डार्कनेस, धूम 3, मद्रास कैफे और भाग मिल्खा भाग.

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