अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) भारत सरकार के साथ मिल कर मार्च महीने में नयी दिल्ली में एशिया के आर्थिक प्रदर्शन को लेकर उच्च स्तरीय सम्मेलन का आयोजन करेगा. यह घोषणा आईएमएफ ने तीन फरवरी को की.
सम्मेलन के मुख्य मुद्दे-
- सम्मेलन में इस क्षेत्र की अगले चरण की नीतिगत चुनौतियों की पड़ताल और रोजगार सृजन तथा असमानता कम करने वाली वृद्धि के उपायों पर चर्चा की जाएगी.
- भारत सरकार के सह-आयोजन वाला यह समारोह नयी दिल्ली में 11 से 13 मार्च के बीच होगा.
- इसमें एशिया के मजबूत आर्थिक प्रदर्शन, झटकों को सहने की बेहतर क्षमता और इस क्षेत्र की आर्थिक नीति की चुनौतियां का जायजा लिया जाएगा.Hindi eBook December 2015
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आईएमएफ की प्रबंध निदेशक किस्टीन लेगार्ड इस सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
- एशियाई उभरते बाजार और विकासशील अर्थव्यवस्थाएं सफलता के अगले चरण में प्रवेश कर रही हैं, उनके सामने प्रमुख चुनौती यह है कि इस क्षेत्र की उच्च वृद्धि कैसे बरकरार रखी जाए. इस पर चर्चा की जाएगी.
- रोजगार भी बढाने, असमानता कम करने, बुनियादी ढांचा एवं मानव पूंजी विकास बढाने और अन्य वृद्धि परक सुधारों का भी कार्यान्वयन हो’ यह भी सम्मलेन में चर्चा का विषय रहेगा.
- इसके अलावा सम्मेलन जिन प्रमुख मुद्दों पर विचार होगा उनमें वृद्धि के प्रभावी कारक, आय में असमानता, जनांकिकीय बदलाव, स्त्री-पुरष असमानता, बुनियादी ढांचा निवेश, जलवायु परिवर्तन, पूंजी प्रवाह प्रबंधन और वित्तीय समावेश शामिल है.
- एशियाई उभरते बाजार और विकासशील अर्थव्यवस्थाएं सफलता के अगले चरण में प्रवेश कर रही हैं, उनके सामने प्रमुख चुनौती यह है कि इस क्षेत्र की उच्च वृद्धि कैसे बरकरार रखी जाए. इस पर चर्चा की जाएगी.
- रोजगार भी बढाने, असमानता कम करने, बुनियादी ढांचा एवं मानव पूंजी विकास बढाने और अन्य वृद्धि परक सुधारों का भी कार्यान्वयन हो’ यह भी सम्मलेन में चर्चा का विषय रहेगा.
- इसके अलावा सम्मेलन जिन प्रमुख मुद्दों पर विचार होगा उनमें वृद्धि के प्रभावी कारक, आय में असमानता, जनांकिकीय बदलाव, स्त्री-पुरष असमानता, बुनियादी ढांचा निवेश, जलवायु परिवर्तन, पूंजी प्रवाह प्रबंधन और वित्तीय समावेश शामिल है.

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