नार्वे के मैग्नस कार्लसन ने यूक्रेन के वेसिली इवांचुक को हराकर शतरंज मास्टर्स फाइनल 2011 का खिताब 12 अक्टूबर 2011 को जीता. भारत के शतरंज खिलाड़ी और विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद इस टूर्नामेंट में संयुक्त तीसरे स्थान पर रहे.
शतरंज मास्टर्स फाइनल 2011 के अंतिम दौर के बाद मैग्नस कार्लसन और वेसिली इवांचुक के अंक बराबर थे. विजेता घोषित करने के लिए ब्लिट्ज फाइनल (सडनडेथ) का सहारा लिया गया. ब्लिट्ज फाइनल में मैग्नस कार्लसन ने वेसिली इवांचुक को हराया.
शतरंज मास्टर्स फाइनल 2011 में विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद आर्मेनिया के लेवोन अरोनियन और हिकारू नाकामुरा संयुक्त तीसरे, जबकि वालेजो पोंस अंतिम स्थान पर रहे. विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद इस टूर्नामेंट में पोंस के अलावा अन्य चार खिलाडि़यों को नहीं हरा पाए.
शतरंज मास्टर्स फाइनल 2011 दो चरण में स्पेन के बिलबाओ और ब्राजील के साओ पाउलो में खेला गया. इस टूर्नामेंट में जीत पर तीन अंक, हार पर शुन्य अंक और ड्रा रहने पर एक अंक की व्यवस्था थी.
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