मेकांग नदी बेसिन में स्थित कंबोडिया, लाओस, म्यांमार, थाईलैंड और वियतनाम आदि देशो की सहायता के लिए नासा(नासा) तथा यूसेड (USAID) ने 31 अगस्त 2015 को सरवीर मेकांग (SERVIR-MEKONG) का शुभारम्भ किया.
सरवीर मेकांग दक्षिण पूर्व एशिया के निचले पांच मेकांग देशों में क्षेत्रीय पर्यावरण निगरानी को मजबूत बनाने के उद्देश्य से शुरू की गयी एक संयुक्त परियोजना है. सरवीर मेकांग जलवायु परिवर्तन,खाद्य और जल सुरक्षा के क्षेत्र में भी सहायता प्रदान करेगा.
सरवीर मेकांग थाईलैंड के बैंकॉक में एशियाई आपदा तैयारी केंद्र (Asian Disaster Preparedness Center) में अवस्थित है. महत्वपूर्ण क्षेत्रीय मुद्दों का समाधान करने के लिए वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं के समूह के रूप में यह संस्था अंतरिक्ष परिसंपत्तियों से सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटा का उपयोग कर समाधान तलाशती है.
सरवीर मेकांग परियोजना के तहत सरकारों और हितधारकों को पानी और प्राकृतिक संसाधन, खाद्य सुरक्षा, मानव स्वास्थ्य की रक्षा, प्राकृतिक आपदा आदि के विकास तथा प्रबंधन हेतु पृथ्वी तथा भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियों को मुहैया कराया जाता है.
lइस परियोजन के अन्य सहयोगी भागीदार एशियाई आपदा तैयारी केंद्र, नीदरलैंड, स्टॉकहोम पर्यावरण संस्थान, स्वीडन तथा प्लेसैंटन स्थानिक सूचना विज्ञान समूह, कैलिफोर्निया हैं.
सरवीर वैश्विक मांग की आपूर्ति डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स मुख्यालय बेथेस्डा मेरीलैंड द्वारा की जाती है.
सरवीर-मेकांग के बारे में
पृथ्वी सर्वेक्षण से जुड़े 90 देशों के समूह द्वारा समाज की सहायता हेतु सरवीर मेकांग परियोजना की शुरुआत की गयी. सरवीर एक स्पेनिश शब्द है जिसका अर्थ सेवा करना होता है.
अलबामा के नासा मार्शल स्पेस फ्लाइट सेंटर के शोधार्थियों द्वारा इसकी प्रथम पहल 2005 में की गयी थी.
पनामा सिटी में मेसोअमेरिकन क्षेत्र और डोमिनिकन गणराज्य से 2005 में इस परियोजना का शुभारम्भ किया गया.
सरवीर -मेकांग वाशिंगटन में नासा के साइंस मिशन निदेशालय के अधीन पृथ्वी विज्ञान प्रभाग के एप्लाइड साइंसेज कार्यक्रम द्वारा संचालित है.
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