बॉलीवुड के फिल्म निर्माता-निर्देशक सुभाष घई का चयन वर्ष 2015 के लिए आईफा लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार जिसे अब को 'भारतीय सिनेमा में सराहनीय योगदान' नाम दिया गया है, हेतु किया गया. इसकी घोषणा आइफा (International Indian Film Academy, IIFA) के आयोजक ने 29 मई 2015 को की.
सुभाष घई को यह सम्मान मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में इंटरनेशनल इंडियन फिल्म अकादमी (आइफा) के 16वें संस्करण में 7 जून 2015 को प्रदान किया जाना है.
सुभाष घई को यह सम्मान भारतीय सिनेमा में उनके बेहतरीन योगदान और अपने मीडिया संस्थान व्हिसलिंग वुड्स के द्वारा युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए दिया जाएगा. उन्हें यह सम्मान अनिल कपूर और जैकी श्राफ द्वारा प्रदान किया जाना है.
आइफा के आयोजक विजक्राफ्ट इंटरनेशनल एंटरटेनमेंट के निदेशक सब्बास जोसेफ के अनुसार इस पुरस्कार को 'भारतीय सिनेमा में सराहनीय योगदान' नाम दिया गया है. जोसेफ ने कहा कि लाइफटाइम अचीवमेंट से कई बार लोगों का आशय होता कि किसी व्यक्ति के करियर का अंत, जबकि हमारे पास कुछ ऐसे लोग हैं जो लगातार योगदान जारी रखते हैं. इसीलिए 'सराहनीय योगदान' अधिक उपयुक्त लगता है.
सुभाष घई से संबंधित मुख्य तथ्य
• फिल्मकार सुभाष घई (70 वर्ष) ने 'हीरो', 'कर्मा', 'सौदागर', 'खलनायक', रामलखन’ और 'परदेश' जैसी कई फिल्में बनाई है.
• अपनी फिल्मों में गेस्ट अपीयरेंस के लिए चर्चित घई 1967 से फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा हैं.
• सुभाष घई ने ‘विधाता’ (1982), कर्मा (1986) और सौदागर में दिलीप कुमार को निर्देशित किया.
• वर्ष 1967 से वह भारतीय सिनेमा में हैं.
• सुभाष घई ने अपने कैरियर की शुरूआत ‘तकदीर’ फिल्म में छोटी भूमिका से की थी.
• वर्ष 2014 में घई ने नए कलाकारों को लेकर फिल्म ‘कांची’ बनाई थी जो बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही थी.
• आईफा 2015 की शुरूआत 5 जून से मलेशिया में होने जा रही है.
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