फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रैंकोइस होलैंडे ने 25 अगस्त 2014 को देश की आर्थिक नीति पर कैबिनेट में हुए झगड़े के बाद सरकार को भंग कर दिया.
फ्रांस के प्रधानमंत्री मैनुअल वाल्स ने फ्रांस के आर्थिक मंत्री अर्नाड मोटेनबर्ग द्वारा सरकार की नीतियों पर अभद्र टिप्पणी करने के बाद अपने सोशलिस्ट सरकार को इस्तीफे की पेशकश की.
होलैंड ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया और मैनुअल वाल्स को 26 अगस्त 2014 तक नई सरकार बनाने का निर्देश दिया. नई सरकार में अर्नाड मोटेन्बर्ग के शामिल किए जाने की संभावना नहीं है.
पृष्ठभूमि
वर्ष 2014 में फ्रांस की अर्थव्यवस्था में किसी तरह की बढ़ोत्तरी दर्ज नहीं की गई. इससे बेरोजगारी में 10 फीसदी का इजाफा और जुड़ गया. होलैंडे द्वारा करों में कटौती का वादा और व्यापार को मुक्त और संचालित करने के लिए आसान बनाने के तरीके, सोशलिस्ट पार्टी में मतभेदों के कारण काम नहीं कर सके.
फ्रांस के समाजवादियों के बीच अर्थव्यवस्था में विकास को प्रोत्साहित करने के लिए जर्मन–नीत राजकोषीय नीति पर बहस था. इसमें सरकारी खर्चे को अधिक बताया जा रहा है. दूसरी तरफ देश पर वित्तीय मितव्ययिता जिसमें प्रतिबंधित सरकारी खर्च भी शामिल है, के जरिए वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए यूरोपीय संघ का दवाब था.
हालांकि फ्रांस के अर्थव्यवस्था मंत्री अर्नाड मोटेन्बर्ग ने विकास को बढ़ावा देने के लिए इसे गलत तरीका बताते हुए इसकी आलोचना की और सरकार को नौकरी पैदा करने के लिए अधिक खर्च करने को कहा. मोटेन्बर्ग ने होलैंडे के सरकार की आर्थिक नीति में किसी भी प्रकार के बदलाव न किए जाने के फैसले के खिलाफ जा कर आर्थिक नीति में बदलाव की जरूरत पर जोर दिया.
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