बांग्लादेश सरकार ने 25 मई 2015 को एक अधिसूचना जारी करके कट्टरपंथी समूह अन्सरुल्लाह बांग्ला टीम पर प्रतिबंध लगा दिया.
यह संगठन बांग्लादेश में वर्ष 2008 से कार्यरत है, यह निर्णय संगठन द्वारा धर्मनिरपेक्ष लेखकों और ब्लॉगर्स की हत्या करने के कारण लिया गया. इससे पहले स्थानीय पुलिस ने गृह मंत्रालय को इस संगठन द्वारा लोगों की हत्या किये जाने के कारण इस पर रोक लगाने की मांग की थी.
फरवरी से अब तक बांग्लादेश में तीन लेखकों की हत्या की जा चुकी है जिसमें एक अमेरिकी है. इस कट्टरपंथी संगठन ने ढाका विश्विद्यालय के वाईस चांसलर तथा प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रमुख सलाहकार की हत्या की धमकी भी दी थी.
संगठन ने वर्ष 2013 से अपना प्रभाव बढ़ाना आरंभ किया था जिसमें देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों के युवा छात्रों को अपना निशाना बनाता है तथा मस्जिदों को निशाना बनाकर अपने कार्यकर्ताओं की भर्ती भी करता है.
वर्ष 2013 में संगठन के प्रमुख मुफ़्ती जैसिम उद्दीन रहमानी को 29 अन्य संदेहास्पद व्यक्तियों के साथ गिरफ्तार किया गया. वर्ष 2013 में संगठन ने ब्लॉगर अहमद राजीब हैदर की ढाका में हत्या कर दी थी.
बांग्लादेश द्वारा जिन अन्य कट्टरपंथी संगठनों पर प्रतिबन्ध लगाया गया है उनके नाम हैं – हरकत-उल जिहाद अल इस्लाम, जाग्रोतो मुस्लिम जनता बांग्लादेश, जुमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश, हरकत-उल जिहाद अल इस्लामी बांग्लादेश तथा शहादत अल हिकमत.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation