भारत और चेक गणराज्य ने रेलवे क्षेत्र में तकनीकी सहयोग हेतु 19 अगस्त 2014 को समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. इस समझौता ज्ञापन पर केन्द्रीय रेल मंत्रालय और चेक गणराज्य के चेक रेल मंत्रालय व चेक रेलवे उद्योग एसोसिएशन (एसीआरआई) के बीच हस्ताक्षर किए गए.
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरुणेंद्र कुमार और चेक गणराज्य के राजदूत मिरास्लोव स्टेक ने नई दिल्ली में रेल भवन मं सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए.
समझौता ज्ञापन के अनुसार संभावित सहयोग के क्षेत्र
• मोटर वाहन परिवहन रसद – भाड़ा आपरेशन
• पैसेंजर संचालन - 200 किमी प्रति घंटे तक गति बढ़ाने के लिए
• बुनियादी ढांचे के निर्माण और प्रबंधन - स्टेशन विकास और कार्यशाला आधुनिकीकरण
• विशेष रूप से यात्री सुविधाओं के लिए सूचना और संचार प्रौद्योगिकी
• रोलिंग स्टॉक का आधुनिकीकरण
• संकेत एवं दूरसंचार और अन्य का आधुनिकीकरण
यह समझौता ज्ञापन तीन साल की अवधि के लिए वैध होगा और यह एक समय में एक वर्ष की अवधि के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है.
टिप्पणी: रेलवे क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के समझौता ज्ञापन से भारत सरकार के देश में अर्द्ध हाई स्पीड ट्रेनों को चलाने की योजना को पूरा करने में मदद मिलेगी.
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