भारतीय न्यूरोसाइंटिस्ट पार्थ मित्रा को मानव मस्तिष्क का खाका बनाने के लिए अर्ली कॉन्सेप्ट ग्रांट्स फॉर एक्सप्लोरेटरी रिसर्च (ईएजीईआर) से 19 अगस्त 2014 को सम्मानित किया गया. उन्हें यह सम्मान राष्ट्रपति बराक ओबाका के मल्टी– ईयर बीआरएआईएन इनिशिएटिव के तहत प्रदान किया गया.
ब्रेन रिसर्च थ्रू एडवांसिंग इनोवेटिव न्यूरोटेक्नोलॉजिज (बीआरएआईएन), मस्तिष्क की संरचना की पहचान के लिए अमेरिकी सरकार द्वारा चलाई जाने वाली पहल है.
संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने वाले पार्थ मित्रा को यह सम्मान नेशनल साइंस फाउंडेशन की शोधकर्ता फ्लोरिन अलबीएनू के साथ दिया गया.
पार्थ मित्रा को अब इस अनुदान से एक वर्चुअल न्यूरोएनाटोमिस्ट और एक कृत्रिम– बौद्धिक प्रणाली जिसमें मस्तिष्क के छोटे टुकड़ों में तंत्रिका संरचनएं और कोशिका के प्रकार होंगें, विकसित करना है. वे न्यूरोसाइंस को प्रोत्साहित करने में मदद कर सकने वाले अवधारणात्मक और भौतिक उपकरणों को भी विकसित करेंगे.
डॉ. पार्थ मित्रा
• डॉ. पार्थ मित्रा कोल्ड स्प्रिंग हार्बर, न्यूयॉर्क के कोल्ड स्प्रिंग हार्बर लैबोरेटरी में बायोमैथेमैटिक्स के प्रोफेसर हैं.
• उन्होंने ऑब्जर्वर्ड ब्रेन डायनमिक्स नाम की किताब लिखी है जिसे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने प्रकाशित किया.
• डॉ. पार्थ मित्रा माउस ब्रेन आर्किटेक्चर प्रोजेक्ट के संस्थापक हैं जो चूहे के मस्तिष्क में व्यापक कनेक्टिविटी पर फोकस करता है.
• डॉ. मित्रा एकीककृत सिद्धांत और प्रयोगात्मक कार्यों के द्वारा मस्तिष्क के कार्यों की एकीकृत तस्वीर के विकास का भी काम करेंगे.
अर्ली कॉन्सेप्ट ग्रांट्स फॉर एक्सप्लोरेटरी रिसर्च (ईएजीईआर)
ईएजीईआर आरंभिक चरणों में प्रयोगात्मक कार्यों को बढ़ावा देने के लिए नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) की एक पहल है. इसके तहत उच्च रिस्क– उच्च अदायगी (पेऑफ) और अलग– अलग दृष्टिकोण वाले या अनोखे अनुशासनात्मक कार्य आते हैं.
यह प्रतिष्ठित अनुदान दो वर्षों के लिए अल्पावधि परियोजनाओं को वित्त मुहैया कराने के लिए 300000 अमेरिकी डॉलर देता है जिसका उद्देश्य हाई पेऑफ्स हासिल करना है. ईएजीईआर, वैज्ञानिक बनने के इच्छुक युवा शोधार्थियों के लिए बढ़िया कदम हो सकता है.
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