भारत के रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) की टैंकभेदी मिसाइल नाग एक प्रायोगिक परीक्षण में विफल हो गई. मिसाइल परियोजना का प्रायोगिक परीक्षण राजस्थान के महाजन फायरिंग रेंज पर हुआ.
सेना के लेफ्टिनेंट जनरल रैंक और डीआरडीओ के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुए परीक्षणों में मिसाइल का आधुनिक वाहक एनएएमआईसीए भी उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाया. इन परीक्षणों में चार नाग मिसाइलें दागी गईं, जिनमें से केवल एक ही लक्ष्य पर निशाना साध सकी, जबकि अन्य इस अस्त्र के उपकरण में खामियों के कारण विफल हो गईं.
नाग मिसाइल
नाग मिसाइल भारत द्वारा स्वदेशीय निर्मित एक तीसरी पीढ़ी की टैंक भेदी मिसाइल है. इस मिसाइल को भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन द्वारा एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत विकसित किया गया है. नाग मिसाइल के विकास की लागत लगभत 300 करोड़ रुपए है. यह परियोजना वर्ष 1980 में आरंभ की गई.
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