रूस, यूक्रेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ, यूक्रेन में जारी संकट सुलझाने संबंधी समझौते पर हस्ताक्षर किए. इस समझौते पर इन देशों के विदेशमंत्रियों ने जिनेवा में एक बातचीत के दौरान 17 अप्रैल 2014 को हस्ताक्षर किए. बातचीत के दौरान इन देशों के विदेशमंत्रियों में निम्नलिखित बिन्दुओं पर सहमति बनी.
समझौते के मुख्य बिंदु
• यूक्रेन के सभी गैर कानूनी उग्रवादी समूहों को भंग किया जाए और उनके हथियार ले लिए जाएं.
• उग्रवादी समूहों को सभी इमारतों से अपना कब्जा हटाना होगा.
• चारों पक्ष सशस्त्र गुटों को भंग करने का आह्वान करने के साथ-साथ सभी नागरिकों की सुरक्षा बहाल करने के लिए कदम उठाने पर भी सहमत हुए.
विद्रोहियों की मांग के अनुसार अंतरिम प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने एक बयान जारी किया है कि
• यूक्रेन की सरकार एक व्यापक संवैधानिक सुधार करने के लिए तैयार है जिसमें स्थानीय शासन में क्षेत्रों की शक्तियों को सुरक्षित रखने का प्रावधान होगा.
• सरकार ने भी रूसी भाषा को विशेष दर्जा देने का वायदा किया है और रूसी भाषा बोलने वाले सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने की शपथ ली.
पृष्ठभूमि
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने क्रीमिया को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देने वाले आदेश-पत्र पर मास्को के क्रेमलिन में 18 मार्च 2014 को हस्ताक्षर किए थे. इस हस्ताक्षर के बाद क्रीमिया का रूस में विलय कर लिया गया. इन घटनाओं के बाद से क्रीमिया संकट और गहरा गया. यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने इस जनमत-संग्रह को असंवैधानिक घोषित किया. क्रीमिया की संसद ने यूक्रेन से स्वतंत्र होने की घोषणा की और रूस में शामिल होने का अनुरोध किया.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation