विश्व ऊर्जा फोरम के सम्मेलन का आयोजन 22 अक्टूबर 2012 से 24 अक्टूबर 2012 तक दुबई में किया गया. संयुक्तराष्ट्र की ओर से वर्ष 2012 को सतत ऊर्जा वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है और इसी उपलक्ष्य में विश्व ऊर्जा फोरम का यह सम्मेलन आयोजित किया गया. भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व पेट्रोलिय और प्राकृतिक गैस मंत्री एस जयपाल रेड्डी ने किया.
संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तथा दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन रशीद अल-मखतूम ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में इस सम्मेलन का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने फोरम में शामिल देशों से अपील की कि वे सतत ऊर्जा समाधान के लिए मिलजुल कर काम करें.
संयुक्तराष्ट्र महासचिव बान की मून ने अपने संदेश में संबंधित देशों के नेताओं से अपील की कि वह सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल तथा कुशल ऊर्जा की खोज करें जो भविष्य में निरंतर सुलभ हो सके. तीन दिवसीय सम्मेलन में 22 देशों के राष्ट्राध्यक्ष, 52 मंत्री और तेल, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस उद्योग तथा नवीकृत ऊर्जा क्षेत्र के ढ़ाई हजार प्रतिनिधि भाग लिया. सम्मेलन में भविष्य में ऊर्जा समाधान के परिदृश्य पर विचार विमर्श किया गया.
सम्मेलन में कुवैत के अमीर शेख सबाह अहमद-अल-सबाह, अरब लीग के प्रमुख नबील अल- अरबी, श्रीलंका के राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ और अन्य विशिष्ट व्यक्तियों ने भाग लिया.
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