क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और प्रो. रसायन शास्त्री सीएनआर राव को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” हेतु चयनित किया गया. भारत सरकार ने इनके चयन की घोषणा 16 नवंबर 2013 को की. इस घोषणा के साथ ही सचिन तेंदुलकर “भारत रत्न” हेतु चयनित होने वाले पहले खिलाड़ी बन गए.
भारत रत्न 26 जनवरी 2014 को दिया जाना है. सचिन को 24 वर्ष के दौरान क्रिकेट में उनकी महान उपलब्धियों के लिए भारत रत्न दिए जाने की सरकार ने घोषणा की. सचिन तेंदुलकर ने भारत रत्न अपनी मां को समर्पित किया है.
सचिन तेंदुलकर भारत रत्न हेतु चयनित होने वाले सबसे कम उम्र (40 वर्ष) के व्यक्ति बन गए. इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को मरणोपरांत 54 साल की उम्र में यह सम्मान दिया गया था.
प्रो. सीएनआर राव
प्रो.सीएनआर राव एक मशहूर वैज्ञानिक हैं और उनकी पहचान ठोस पदार्थ और पदार्थ रसायन में एक विशेषज्ञ के रूप में है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रो. राव के 1400 रिसर्च पेपर और 45 किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं. उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है.
सचिन रमेश तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने क़रीब ढाई दशक के अपने क्रिकेट करियर के दोनों प्रारूपों- एक दिवसीय और टेस्ट क्रिकेट में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया. सचिन ने अपने करियर में कुल 200 टेस्ट मैच खेले. उन्होंने टेस्ट मैचों की 239 पारियों में 53.78 की औसत से कुल 15921 रन बनाए हैं. टेस्ट क्रिकेट में उनका उच्चतम स्कोर 248 रन का था, जो उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में बनाए थे. टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 51 शतक और 68 अर्धशतक जमाए हैं. एक दिवसीय क्रिकेट में उन्होंने कुल 463 मैच खेले हैं. एक दिवसीय की 452 पारियों में उन्होंने 44.83 की औसत से 18426 रन बनाए हैं. इसमें 49 शतक और 96 अर्धशतक शामिल हैं.
विदित हो कि सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया और उनका 24 सालों का क्रिकेट करियर भी समाप्त हो गया.
भारत रत्न पुरस्कार
भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. इसे कला, साहित्य और विज्ञान के क्षेत्र में असाधारण सेवा हेतु तथा उच्चतम स्तर की लोक सेवा को मान्यता देने के लिए दिया जाता है. परन्तु वर्ष 2011 में खेल को भी इसमें शामिल किया गया.
• भारत रत्न पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1954 में की गई थी.
• सबसे पहला पुरस्कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक चंद्र शेखर वेंकटरमन (वर्ष 1954) को दिया गया था.
• भारत रत्न एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही प्रदान किया जा सकता है. इस पुरस्कार के रूप में दिए जाने वाले सम्मान की मूल विशिष्टि में 35 मिलिमीटर व्यास वाला गोलाकार स्वर्ण पदक, जिस पर सूर्य और ऊपर हिन्दी भाषा में ''भारत रत्न'' तथा नीचे एक फूलों का गुलदस्ता बना होता है पीछे की ओर शासकीय संकेत और आदर्श-वाक्य लिखा होता है.
• इसका कोई लिखित प्रावधान नहीं है कि भारत रत्न केवल भारतीय नागरिकों को ही दिया जाए.
• यह पुरस्कार स्वाभाविक रूप से भारतीय नागरिक बन चुकी एग्नेस गोंखा बोजाखियू (मदर टेरेसा) और दो अन्य गैर-भारतीय - खान अब्दुल गफ्फार खान और नेल्सन मंडेला (1990) को भी प्रदान किया गया था.
• यह भी अनिवार्य नहीं है कि भारत रत्न सम्मान प्रत्येक वर्ष दिया जाए.
• पिछली बार यह सम्मान वर्ष 2008 में पंडित भीमसेन गुरूराज जोशी को दिया गया था.
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