साहित्य अकादमी ने वर्ष 2014 हेतु 22 भाषाओं में अपने वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा 19 दिसंबर 2014 को की. इसकी घोषणा अकादमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने की. सभी 22 भाषाओं के वार्षिक अकादमी पुरुस्कार 9 मार्च 2015 को नई दिल्ली में आयोजित विशेष कार्यक्रम में दिए जाने हैं.
इस वर्ष आठ कविता संग्रह, पांच उपन्यास, तीन निबंध संग्रह, तीन कहानी संग्रह तथा एक नाटक, एक आत्मकथा एवं एक समालोचना की पुस्तक के लिए यह पुरस्कार दिए जाएंगें.
साहित्य अकादमी पुरस्कार-2014 हेतु हिंदी के कथाकार और कवि डॉ़ रमेश चंद्र शाह के उपन्यास 'विनायक' को, अंग्रेजी में आदिल जस्सावाला की कविता संग्रह 'ट्राइंग टु से गुडबाय' को डोगरी उपन्यासकार शैलेंद्र सिंह के उपन्यास 'हाशिए पर' को, कश्मीरी साहित्यकार प्रो. शाद रमजान के कश्मीरी कविता संग्रह 'कोरक काकुत' को पद्म विभूषण से सम्मानित जयंत विष्णु नार्लीकर की मराठी में उनकी आत्मकथा ‘चार नगरातले माझे वि’ को तथा शायर मुनव्वर राणा की शायरी ‘शाहदाबा’ को चुना गया.
साहित्य अकादमी का वार्षिक पुरस्कार 24 भाषाओं में दिया जाता है. शेष दो भाषाओं, मणिपुरी एवं संस्कृत के लिए अकादमी पुरस्कारों की घोषणा बाद में की जानी है. साहित्य अकादमी पुरस्कार के रूप में एक उत्कीर्ण ताम्रफलक, शाल एवं एक लाख रुपये की राशि दी जाती है.
साहित्य अकादमी पुरस्कार-2014 विजेताओं की सूची
साहित्य अकादमी से संबंधित तथ्य
• साहित्य अकादमी की स्थापना 12 मार्च 1954 को गयी थी.
• अकादमी का मुख्यालय नई दिल्ली में है. इसके चार क्षेत्रीय कार्यालय कोलकाता, बंगलौर, चेन्नई और मुंबई में है.
• अकादमी ने वर्ष 2013 में अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण जयंती समारोह मनाया.
• साहित्य अकादमी के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी अकादमी के पहले ऐसे अध्यक्ष है, जिनका संबंध हिंदी भाषा साहित्य से है.
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