हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में एक हजार मेगावाट की करचन वांगतू पनबिजली परियोजना में 550 मेगावाट बिजली का उत्पादन 27 जून 2011 से शुरू हो गया. अभी इसकी दो यूनिटों ने काम करना आरम्भ किया है. उत्पादन शुरू होने के साथ ही हिमाचल प्रदेश अब सात हजार एक सौ मेगावाट बिजली उत्पादन करने वाला राज्य बन गया. 15 अगस्त 2011 तक करचन वांगतू की चारो यूनिट काम करना शुरू कर देंगी और परियोजना द्वारा 12 सौ मेगावॉट बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा जोकि क्षमता से दो सौ मेगावाट ज्यादा है.
विदित हो कि वर्ष 2003 में करचन वांगतु परियोजना को मंजूरी मिली थी. परियोजना के निर्माण पर लगभग सात हजार करोड़ रूपए खर्च किया गया. परियोजना से हिमाचल प्रदेश को 12 प्रतिशत रॉयल्टी के रूप में मिलेगा. इस परियोजना की 80 प्रतिशत बिजली पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश को बेचने का निर्णय लिया गया.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation