तत्व संख्या 117 का निर्माण
आवर्त सारणी में इस तत्व की जगह थी खाली :
वैज्ञानिक आखिरकार तत्व संख्या 117 का निर्माण करने में सफल हो गये हैं। यह सफलता पाई है दुबना, रूस में स्थित ज्वाइंट इंस्टीट्यूट फॉर न्यूक्लियर रिसर्च स्थित फ्लेरोव लैबोरेटरी ऑव न्यूक्लियर रिएक्शन के निदेशक यूरी ऑर्गनेसियन के नेतृत्व में एक दल ने। इस तत्व के निर्माण के साथ ऐसा लगता है कि आवर्त सारणी अब पूरी हो गई है। तत्व संख्या 117 सातवीं पंक्ति में एकमात्र ऐसा तत्व है जिसकी जगह अब तक खाली थी।
तत्व संख्या 117 के निर्माण के लिए कैल्शियम-48 जो कि एक समस्थानिक है, जिसमें 20 प्रोटॉन और 28 न्यूट्रॉन हैं और बर्केनियम 249 जिसमें 97 प्रोट्रॉन और 152 न्यूट्रॉन हैं, इन दोनों को लगातार स्मैश करके बनाया गया। इन दो तत्वों के संयोग से इस तत्व के दो आइसोटोप पैदा हुए। वैज्ञानिकों ने इस तत्व की पहचान इसकी विशिष्ट क्षय ऋंखलाओं से की।
कैसे तैयार किया गया यह तत्व?
इस प्रयोग में तत्व 117 के छ: अणु उत्पन्न किए गये। इस प्रयोग के कारण शोधकर्ता भारी तत्वों से युक्त अनुमानित आइलैंड ऑफ स्टेबिलिटी के निकट पहुँचने में कामयाब हो गये हैं। आइलैंड ऑफ स्टेबिलिटी नाभिकीय भौतिकी का एक पारिभाषिक शब्द है जो अन्य तत्वों की संभावना स्पष्ट करता है जिसमें प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की खास स्थायी जादुई संख्याएं हों। कुछ परायूरेनियम तत्व वर्तमान आवर्त सारणी के परे भी संभव हैं जिसमें न्यूट्रॉन और प्रोटॉनों की विशेष संख्या हो और उनमें अधिक स्थायित्व हो। ऐसा होने पर यह द्वीप वर्तमान आवर्त सारणी में और अधिक भारी तत्वों की संभावना दर्शाएगा और आइसोटोपों की अधिक लंबी जीवन अवधि से जुड़ सकेगा जिससे रसायन विज्ञान के प्रयोगों में मदद मिल सकेगी।
इस नए तत्व को फिलहाल आई.यू.पी.ए.सी. की नामकरण प्रक्रिया के अंतर्गत अनअनसेप्टियम नाम दिया गया है। इस तत्व का अस्तित्व वैज्ञानिकों के अलग-अलग दलों द्वारा प्रमाणित हो जाने के बाद इसे इंट्रनेशनल यूनियन ऑव प्योर एंड एप्लाइड कैमिस्ट्री के शोधकर्ताओं द्वारा दिया गया एक स्थायी नाम प्रदान किया जायेगा। हालांकि इसमें अभी काफी वक्त लगेगा।
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