भारत के चौराहे यहां के शहर और गांव का महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं। इन चौराहों से न केवल यातायात नियंत्रण में मदद मिलती है, बल्कि ये सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में भी अहम हैं। इस बात में भी दो राय नहीं है कि हमारे देश के चौराहे सामाजिक ताने-बाने और जीवंतता का प्रतीक हैं और इन चौराहों पर जमी महफिल को अक्सर देखा जा सकता है।
साथ ही, ये चौराहे सुगम यातायात के प्रमुख परिचायक होते हैं, जिससे चारों दिशाओं से आने वाले वाहन यातायात नियमों का पालन कर सुरक्षित चल सके। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि एशिया का सबसे बड़ा चौराहा भारत के किस शहर में मौजूद है ? यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
चौराहों का महत्त्व
मंजिल तक पहुंचने के लिए रास्तों की जरूरत होती है और इन रास्तों पर हम अक्सर चौराहों पर आकर खड़े हो जाते हैं। सड़क लंबी हो या छोटी, अक्सर चौराहों पर आकर मिल जाती है। ये चौराहें अलग-अलग दिशा का नेतृत्व करने के साथ सुगम यातायात के भी परिचायक होते हैं। दूसरी तरफ, ये सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता का भी परिचय देते हैं।
किस राज्य में है एशिया का सबसे बड़ा चौराहा
अब सवाल है कि आखिर भारत के किस राज्य में एशिया का सबसे बड़ा चौराहा मौजूद है, तो आपको बता दें कि राजस्थान में हमें सबसे बड़ा चौराहा देखने को मिलता है।
किस शहर में है सबसे बड़ा चौराहा
अब सवाल है कि आखिर वह शहर कौन-सा है, तो इसका जवाब राजस्थान में गुलाबी नगरी के नाम से मशहूर और इसकी राजधानी जयपुर में सबसे बड़ा चौराहा मौजूद है।
कौन-सा है सबसे बड़ा चौराहा
जयपुर शहर में जवाहर सर्किल एशिया का सबसे बड़ा चौराहा है, जो कि किसी परिचय का मोहताज नहीं है। यदि आप कभी जयपुर गए होंगे, तो आप भी यहां से जरूर गुजरे होंगे। यह मालीवय नगर में जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर स्थित है।
कितना बड़ा है चौराहा
जवाहर सर्किल का व्यास 452 मीटर है और इसकी परिधि 1420 मीटर है, जो कि इसे सबसे बड़े चौराहे की लिस्ट में शामिल करता है।
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