आज के दौर में जिस प्रकार इंसान की जीवनशैली हो गई है, उससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। हर व्यक्ति अपनी व्यस्त जीवनशैली से घिरा हुआ है। ऐसे में जीवन से शारीरिक व्यायाम का नाम खत्म हो जाता है।
इसका प्रभाव आगे चलकर बीमारियों के रूप में देखने को मिलता है। कई बार खराब जीवनशैली की वजह से इंसान गंभीर बीमारियों से घिर जाता है। ऐसे में जरूरी है कि संतुलित और समय पर आहार के साथ जीवन में शारीरिक व्यायाम को भी शामिल करना चाहिए।
ऐसा न करने पर आज सबसे अधिक जो सबसे कॉमन बीमारी है, वह है डायबटिज यानि मधुमेह, जो कि खराब जीवनशैली के साथ-साथ अनुवांशिक तौर पर भी होती है। ऐसे में खुद को फिट रखना बहुत जरूरी है। हालांकि, क्या आपको पता है कि शरीर में उम्र के साथ कितनी शुगर होनी चाहिए। इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
किस तरह के दिखने लगते हैं लक्षण
प्रीडायबटिक या डायबटिक होने पर मरीज में कई प्रकार के लक्षण दिखने लगते हैं, जिनमें बार-बार प्यास लगना, मुंह सूखना, घाव का देरी से भरना, बार-बार यूरिन डिस्चार्ज होना व शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ने के लक्षण हैं।
कितना होता है स्वस्थ व्यक्ति का शुगर लेवल
एक स्वस्थ व्यक्ति का शुगर लेवल 90 से 110 mg/dl होता है। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति संतुलित और समय पर आहार लेता है, तो उस व्यक्ति का शुगर लेवल ठीक बना रहता है। इसके लिए जीवन में शारीरिक व्यायाम व कम तनाव का होना भी जरूरी है।
शुगर लेवल ठीक न होने पर ये बीमारियों का खतरा
यदि कोई व्यक्ति अपना ब्लड शुगर लेवल संतुलित नहीं रखता है, तो उसके बीमारियों के घिरने की अधिक संभावना होती है। अधिक शुगर लेवल दिल, किडनी, फेफड़े और आंखों को नुकसान पहुंचाता है। ऐसे में इस वजह से गंभीर बीमरियों को पनपने का मौका मिलता है।
उम्र के हिसाब से कितना होना चाहिए ब्लड शुगर लेवल
उम्र | खाने से पहले का शुगर | खाने से दो घंटे बाद का शुगर |
6 साल की उम्र | 80 से 180 mg/dl | 180 mg/dl |
6 से 12 साल की उम्र | 80 से 180 mg/dl | 140 mg/dl |
13 से 19 साल की उम्र | 70 से 150 mg/dl | 140 mg/dl |
20 से 40 वर्ष तक | 100 से 130 mg/dl | 130 से 140 mg/dl |
50 साल से अधिक | 90 से 130 mg/dl | अधिकतम 150 mg/dl |
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