धरती पर Shubhanshu Shukla की कैसे होगी वापसी, क्या होगी स्पीड और कौन-सा होगा रॉकेट, जानें

Jul 14, 2025, 18:03 IST

अंतरिक्ष में विशेष अभियान पर गए भारतीय वायु सेना के पायलट शुभांशु शुक्ला धरती पर वापसी को तैयार हैं। वह संभवतः 15 जुलाई को दोपहर साढ़े तीन बजे तक पृथ्वी पर लैंड करेंगे। हालांकि, यहां सवाल है कि आखिर उनकी लैंडिंग प्रक्रिया कैसे होगी। जानने के लिए यह लेख पढ़ें। 

शुभांशु शुक्ला की कैसे होगी वापसी
शुभांशु शुक्ला की कैसे होगी वापसी

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की घर वापसी की तैयारी है। संभावना है कि वह 15 जुलाई दोपहर साढ़े तीन बजे तक धरती पर उतर जाएंगे। उनके स्पेसक्राफ्ट की अनडॉकिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसकी कड़ी निगरानी की जा रही है।

आगामी 18 घंटों में वह धरती पर मौजूद होंगे। हालांकि, यहां सवाल बनता है कि आखिर किस प्रकार वह धरती पर लौटेंगे और धरती पर लौटते समय उनकी क्या रफ्तार रहेगी। वह कौन-सा स्पेसक्राफ्ट होगा, जिससे वह धरती पर लौटेंगे, जानने के लिए यह लेख पढ़ें। 

क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से वापसी

भारतीय पायलट शुभांशु शुक्ला NASA और SpaceX के संयुक्त मिशन Axiom-4 के तहत बीते माह जून में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन(ISS) पहुंचे थे। यहां उन्होंने अलग-अलग देशों के दल के साथ विभिन्न एक्सपेरिमेंट्स किए हैं, जिसके बाद उनकी धरती पर वापसी हो रही है। वापसी के तहत वह क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से धरती पर लौट रहे हैं, जो कि कैप्सुलनुमा आकार में है। 

की जाएगी रॉकेट फायरिंग

स्पेशन स्टेशन से स्पेसक्राफ्ट पूरी तरह से ऑटोमेटिक तरीके से अनडॉक होगा। इसके बाद यह जैसे ही धरती के वातावरण में प्रवेश करेगा, तो एक रॉकेट फायरिंग कर इसकी गति को कम किया जाएगा, जिससे यह धरती के गुरुत्वाकर्षण में शामिल हो सके।

28000 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी रफ्तार

कैप्सूल के धरती में प्रवेश करते ही नीचे उतरने की रफ्तार करीब 28,000 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी। हालांकि, बाद में इसकी रफ्तार को कम किया जाएगा। यह पूरी तरह से गर्मी और वातावरण के अन्य कारकों पर निर्भर करती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंत में इसकी रफ्तार 24 किलोमीटर प्रतिघंटा तक की जा सकती है। 

समुद्र में होगी लैंडिंग

नासा के मुताबिक, यदि मौसम ठीक रहता है, तो कैप्सूल को अमेरिका में स्थित कैलीफोर्निया के समुद्र पर उतारा जाएगा। उतरते समय इसके दो पैराशूट का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें एक बड़ा और एक छोटा पैराशूट होगा। इन पैराशूट से कैप्सूल की रफ्तार भी कम होगी। 

समुद्र में गिरने पर किया जाएगा लिफ्ट

कैप्सूल के समुद्र में गिरने पर तुरंत रेस्क्यू टीम कैप्सूल को लिफ्ट करने पहुंचेगी, जिसके बाद कैप्सूल को लिफ्ट कर समुद्र किनारे बने सेंटर पर ले जाया जाएगा और अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकाला जाएगा। 

अंतरिक्ष से आएगा 263 किलोग्राम कचरा 

आपको बता दें कि अंतरिक्ष से लौट रहे इस स्पेसक्राफ्ट में अंतरिक्ष से 263 किलोग्राम कचरा को भी वापस लाया जाएगा। 

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Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

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