भारत में आपने निजी रेलवे स्टेशन और निजी एयरपोर्ट के बारे में जरूर सुना होगा। हालांकि, क्या आपको पता है कि भारत में पहला निजी हिल स्टेशन भी है। इसे लेकर हाल ही में एक बोली लगी है, जिसके बाद यह चर्चाओं में आ गया है।
भारत का यह निजी हिल स्टेशन एक व्यवसायी द्वारा अधिग्रहित किया गया है। कितनी लगी है हिल स्टेशन की बोली, कौन-सा है हिल स्टेशन और कहा है स्थित, इन सभी बातों को जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
किसने लगाई है पहले निजी हिल स्टेशन की बोली
भारत के पहले निजी हिल स्टेशन का अधिग्रहण डॉर्विन प्लेटफॉर्म इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड(DPIL) ने किया है। इस कंपनी ने हाल ही में इस हिल स्टेशन की बोली जीती है।
अजय हरिनाथ सिंह इस कंपनी के मालिक हैं, जिन्होंने इस हिल स्टेशन का अधिग्रहण किया है। आपको बता दें कि अजय हरिनाथ सिंह अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल की बोली लगाने वाले व्यक्तियों की सूची में भी शामिल थे।
कितनी लगी है हिल स्टेशन की बोली
अजय हरिनाथ सिंह की कंपनी ने इस हिल स्टेशन के लिए 1814 करोड़ रुपये की बोली जीती है। वहीं, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने हिल स्टेशन के लिए डार्विन प्लेटफॉर्म की 1,814 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी भी दे दी है।
कौन-सा है निजी हिल स्टेशन
भारत के पहले निजी हिल स्टेशन की बात करें, तो यह महाराष्ट्र का लवासा हिल स्टेशन है, जो कि महाराष्ट्र राज्य के पुणे जिले के पास एक निजी सिटी है।
यह 100 वर्ग किलोमीटर में फैली सिटी है, जिसका निर्माण मुंबई की एक कंपनी HCC द्वारा किया जा रहा था, हालांकि कई अड़चने आने के कारण इसका काम प्रभावित हुआ। इसमें आर्थिक कारण भी शामिल था।
क्या था मामला
एनसीएलटी ने अगस्त 2018 में दिवालियापन संहिता (IBC) के तहत कर्ज में डूबी एचसीसी की रियल एस्टेट कंपनी लवासा कॉर्पोरेशन के ऋणदाताओं की याचिका स्वीकार कर ली थी, जिसके बाद इसकी बोली लगाई गई।
डार्विन कंपनी की ओर से अजय नाथ सिंह ने एक बयान में कहा था कि, ''एनसीएलटी ने हमें देश में एक महत्वाकांक्षी विश्व स्तरीय स्मार्ट सिटी विकसित करने का चुनौतीपूर्ण काम सौंपा है।
यह फैसला राष्ट्र निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करेगा। हम इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पुनर्जीवित करने के लिए बहुत उत्सुक हैं।
कौन हैं अजय हरिनाथ
भारत के पहले निजी हिल स्टेशन को विकसित करने जा रहे अजय हरिनाथ सिंह मुंबई के एक जाने-माने व्यवसायी हैं। वह ऑटो, रिटेल, इंफ्रा, शिपिंग, खनन, रिफाइनरी और फाइनेंस सहित कई क्षेत्रों में व्यवसाय करते हैं।
उनके समूह वाली कंपनियों की कुल संपत्ति 8.4 बिलियन डॉलर (68,000 करोड़ रुपये से अधिक) है। अजय हरिनाथ 11 से अधिक देशों में 21 कंपनियों के मालिक हैं।
वहीं, वह मुंबई विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं। उन्होंने साल 2009 में डार्विन कंपनी की नींव रखी थी। इससे पहले वह इंडियन एयरलाइंस और जेट एयरवेज को खरीदने की बोली में भी शामिल हो चुके हैं।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation