देश के समृद्ध और गौरवशााली इतिहास का दर्पण संग्रहालय को कहा जाता है, जहां वर्षों के इतिहास को एक ही जगह पर संजोकर रखा जाता है। शैक्षणिक रूप से देखें, तो संग्रहालय का और भी अधिक महत्व है।
क्योंकि, इसके माध्यम से आपको इतिहास के पन्नों में दर्ज भारतीय विरासत को देखने और जानने का मौका मिलता है। यही वजह है कि संग्रहालयों को इतिहास का दर्पण भी कहा जाता है। वर्तमान में कई राज्यों में आपको संग्रहालय(Museum) मिल जाएंगे, जिनके माध्यम से आप संबंधित राज्यों और भारत से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
हालांकि, क्या आपको भारत के सबसे बड़े संग्रहालय के बारे में पता है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम यह जानेंगे कि भारत का सबसे बड़ा संग्रहालय किस राज्य में स्थित है और इसमें देखने के लिए क्या-क्या खास है।
किस राज्य में है भारत का सबसे बड़ा संग्रहालय(Largest Museum)
भारत का सबसे बड़ा संग्रहालय पश्चिम बंगाल के मध्य में स्थित जवाहरलाल स्ट्रीट पर बना हुआ है, जो कि भारतीय संग्रहालय नाम से जाना जाता है।
इस संग्रहालय में आप छह खंडों में भारतीय इतिहास को जान सकते हैं, जो कि आर्कियोलॉजी, जियोलॉजी, एंथ्रोपोलॉजी, जूलॉजी, आर्ट व इंडस्ट्री है।
कब और किसने की थी स्थापना
इस संग्रहालय की स्थापना 1814 में डॉ. नथानियाल वालिक द्वारा की गई थी। वह डेनमार्क के एक प्रसिद्ध वनस्पतिशास्त्री थे।
इस संग्रहालय के डिजाइन में खूबसूरती का भी ध्यान रखा गया था। यह भारतीय संग्रहालय एशिया का सबसे पुराना होने के साथ-साथ भारत का सबसे बड़ा संग्रहालय है।
संग्रहालय में क्या-क्या खास है
संग्रहालय पहुंचने पर आपको मोहनजोदड़ों और हड़प्पा काल से जुड़ी चीजें देखने को मिल जाएंगी। इसके साथ ही यहां के एंथ्रोपोलॉजी विभाग में आपको करीब चार हजार साल पुरानी ममी देखने को मिलेगी।
वहीं, यहां जूलॉजी विभाग में आपको पेड़ और वनस्पति से जुड़ी प्रजातियां भी मिलेंगी। इसके अलावा यहां का सबसे बड़ा आकर्षण डायनासोर का वास्तविक कंकाल है, जिसे देखने के लिए लोग प्रमुख तौर पर पहुंचते हैं।
यह विशाल कंकाल लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचता है। वहीं, आर्ट विभाग में आपको भारतीय मंदिरों में की गई कलाकृति व प्राचील कलाओं के बारे में जानने को मिलेगा। इसके अलावा उद्योग सेक्शन में आपको लुघ,कुटीर व मध्यम उद्योग को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां मिलेंगी।
इसके अलावा भी यहां पर बहुत कुछ है, जो कि इतिहास के पन्नों से रूबरू करवाएगा।
एक दिन में घूमना होता है मुश्किल
संग्रहालय के अलग-अलग सेक्शन में बंटा होने के कारण इसे एक दिन में घूमना मुश्किल होता है। यहां एक ही सेक्शन में लोगों का अधिक समय लग जाता है।
ऐसे में कई लोग इस संग्रहालय को एक से अधिक दिन में पूरा घूम पाते हैं।
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