भारत का बिहार राज्य जितना अपनी विविध संस्कृति और अनूठी पंरपराओं के लिए विख्यात है, उतना ही यह अपने राजनीतिक रणनीतियों के लिए जाना जाता है। राज्य में इस समय राजनीतिक गलियारे में सियासत गर्म है, क्योंकि आगामी कुछ माह में ही बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं।
इसे लेकर राज्य के पक्ष और विपक्ष के राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं, जिसके तहत वोटर लिस्ट से लेकर अन्य मुद्दों पर राजनीति गर्माई हुई है। आपने बिहार की अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि बिहार का सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र कौन-सा है, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
बिहार का परिचय
भारत के पूर्वी भाग में स्थित बिहार राज्य प्रमुख राज्यों में से एक है, जो कि कभी मगध साम्राज्य का हिस्सा हुआ करता था। इसकी राजधानी पटना है, जिसे पूर्व में पाटलीपुत्र नाम से जाना जाता था। यह स्थान कभी मौर्य सम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी। नालंदा और विक्रमशिला जैसे प्राचीन विश्वविद्यालय भी यहां पर स्थित हैं, जो कि पूर्व में छात्रों और विद्वानों को आकर्षित करती थी।
राज्य में कुल 38 जिले हैं। राज्य की कुल 11.3 फीसदी आबादी शहरों में रहती है। बिहार में कुल 9 प्रमंडल और 101 अनुमंडल हैं। साथ ही, यहां 534 ब्लॉक, 45130 गांव व 8471 पंचायत हैं।
बिहार में कुल कितनी विधानसभा सीटें हैं
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि बिहार में कुल कितनी विधानसभा सीटें हैं। वर्तमान में बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। साल 1952 में पहले विधानसभा चुनाव में यहां कुल 330 सीटें हुआ करती थीं। राज्य में कुल 75 विधान परिषद् सीटें, 40 लोकसभा और 16 राज्यसभा सीटें हैं।
बिहार का सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र कौन-सा है
अब सवाल है कि बिहार का सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र कौन-सा है, तो आपको बता दें कि यह दीघा विधानसभा क्षेत्र है। यह क्षेत्र पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र में आता है।
निर्वाचन क्षेत्र में हैं करीब 4 लाख मतदाता
बिहार के दीघा विधानसभा क्षेत्र में 6 पंचायत और नगर निगम के 14 वार्ड हैं। इसके अतिरिक्त, यहां 400 बूथ और करीब 4 लाख मतदाता हैं। क्षेत्र में कायस्थ जाति का वर्चस्व है। वहीं, 2015 के विधानसभा चुनाव में यह क्षेत्र उन 36 विधानसभा क्षेत्रों में से एक था, जहां चुनाव में वीवीपेट इवीएम मशीनें लगीं थीं। साल 2020 में यहां भाजपा की ओर से संजीव चौरसिया ने करीब 57 फीसदी वोटों के साथ जीत हासिल की थी। उन्होंने साल 2015 में भी यहां से जीत हासिल की थी।
हम उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसी तरह सामान्य अध्ययन से जुड़ा अन्य लेख पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
पढ़ेंःबिहार का सबसे बड़ा जिला कौन-सा है, जानें
Comments
All Comments (0)
Join the conversation