National Youth Day 2024: हर साल 12 जनवरी को पूरे भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस बड़े ही जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है. यह दिवस स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) जी की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है. स्वामी विवेकानंद को देश के युवाओं के लिए इस प्रेरणाश्रोत है.
इस दिवस के मनाये जाने का मुख्य उद्देश्य स्वामी विवेकानंद जी के अनमोल विचारों और आदर्शों के महत्व बढ़ावा देना है. भारत सरकार ने साल 1984 में आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय युवा दिवस की घोषणा की थी और 1985 से यह पूरे देश में मनाया जा रहा है.
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर देश भर के स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है. इसके अतिरिक्त स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़ी प्रमुख बातों और भाषण को प्रमुखता से प्रस्तुत किया जाता है. साथ ही गीत, सम्मेलन, योगासन, निबंध-लेखन प्रतियोगिताएं आदि का आयोजन किया जाता है.
स्वामी विवेकानन्द के बारे में:
स्वामी विवेकानन्द एक प्रमुख भारतीय दार्शनिक और आध्यात्मिक गुरु थे. उनका जन्म 12 जनवरी, 1863 को पश्चिम बंगाल में एक संपन्न कायस्थ परिवार में हुआ था. उनके पिता संस्कृत और फारसी भाषा के विद्वान थे. स्वामी विवेकानन्द अपने गुरु, रामकृष्ण से काफी प्रभावित थे. उन्ही से प्रेरित होकर उन्होंने आध्यात्मिकता को अपनाया.
स्वामी विवेकानंद का असली नाम नरेंद्रनाथ दत्त था. वह 25 साल की उम्र में संन्यासी बन गए थे. उन्होंने 1897 में कोलकाता में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी. 1898 में उन्होंने बेलूर में रामकृष्ण मठ की स्थापना की थी. उनका निधन 04 जुलाई 1902 को हुआ था.
कैसे मिली वैश्विक पहचान:
स्वामी विवेकानन्द को भारत के बाहर वैश्विक पहचान साल 1893 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में उनके द्वारा दिए गए भाषण से मिली थी. जहां उन्होंने धार्मिक सहिष्णुता और सभी धर्मों की सार्वभौमिकता पर जोर दिया था. साथ ही उन्होंने पश्चिमी दुनिया में हिंदू दर्शन को बड़ी प्रमुखता के साथ पेश किया था. आज भी उनके द्वारा बताई गयी बातें लाखों लोगों को प्रेरित करती रहती हैं.
स्वामी विवेकानंद की 07 प्रेरणास्रोत बातें:
1. "सच्ची सफलता, सच्ची खुशी का महान रहस्य यह है: वह पुरुष या महिला जो बदले में कुछ नहीं मांगता, पूरी तरह से निःस्वार्थ व्यक्ति, अपने जीवन में सबसे सफल होता है."
2. “आपको अंदर से बाहर की ओर खुद को बढ़ाना होगा. कोई तुम्हें सिखा नहीं सकता, कोई तुम्हें आध्यात्मिक नहीं बना सकता. आपकी अपनी आत्मा के अलावा कोई अन्य शिक्षक नहीं है.''
3. "हम वो हैं जो हमें हमारे विचारों ने बनाया है; इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप क्या सोचते हैं. शब्द गौण हैं. विचार जीवित हैं; जो दूर तक जाते हैं."
4. "जिस दिन आपके सामने कोई समस्या न आए - आप निश्चिंत हो सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर यात्रा कर रहे हैं"
5. एक विचार लो, उस एक विचार को अपना जीवन बना लो - उसके बारे में सोचो, उसके सपने देखो, उस विचार पर जियो. मस्तिष्क, मांसपेशियों, तंत्रिकाओं, अपने शरीर के हर हिस्से को उस विचार से भरा रहने दो, और बाकी सभी विचारों को छोड़ दें। यही सफल होने का रास्ता है.
6. जीवन प्राकृतिक और सहज परिवर्तनों की एक श्रृंखला है. उनका विरोध मत करो - इससे केवल दुःख ही उत्पन्न होता है. वास्तविकता को वास्तविकता ही रहने दीजिये. चीज़ों को स्वाभाविक रूप से जिस तरह से वे चाहें, आगे बढ़ने दें.
7. ''अगर धन दूसरों की भलाई करने में उपयोग किया जाता है तो इसका कुछ मूल्य है. अन्यथा ये सिर्फ बुराई का ढेर है. इससे जितना जल्दी छुटकारा मिल जाए, उतना बेहतर है.''
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